पैरा एशियन गेम्स संपन्न हो चुके हैं। इस बार का एशियन गेम्स इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में हुआ। इसमें एशियाई देशों के सभी दिव्यांग खिलाड़ी भाग लेते हैं। इस बार का पैरा एशियन गेम्स 6 अक्टूबर 2018 से 13 अक्तूबर 2018 तक हुआ।
भारत ने इस बार के एशियन गेम्स में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा है।
कुल 72 पदक जीते
इस बार के पैरा एशियन गेम्स में भारत ने कुल 72 पदक जीते हैं। यह भारत का अब तक का शानदार प्रदर्शन है और भारत ने सबसे ज्यादा पदल अब तक जीते हैं। इस तरह से भारत ने पैरा एशियन गेम्स में कुल 72 पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत 15 स्वर्ण 24 रजत और 33 कांस्य पदक के साथ टीम तालिका में नौंवें नंबर पर रहा।
2014 में जीते थे 33 पदक
इस पहले पैरा-एशियन गेम्स चार साल पहले 2014 में हुआ था। पिछले बार के पैरा-एशियन गेम्स में भारत ने तीन स्वर्ण, 14 रजत और 16 कांस्य पदक सहित कुल 33 पदक जीते थे। अगर इस बार से पिछले बार के एशियन गेम्स की तुलना करें तो सही मायनों में भारत का इस बार सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा।
चीन रहा शीर्ष स्थान पर
यहां भी चीन शीर्ष स्थान पर रहा। पदक तालिका में चीन 319 पदकों के साथ पहले स्थान पर रहा। चीन ने 172 स्वर्ण 88 रजत और 59 कांस्य पदक जीते। वहीं साउथ कोरिया पैरा एशियाई खेलो में दूसरे स्थान पर रहा। साउथ कोरिया ने 53 स्वर्ण, 25 रजत और 47 कांस्य पदकर जीतकर कुल 145 पदक अपने नाम किए।
एथलीट शरद कुमार ने किया शानदार प्रदर्शन
इस बार के पैरा-एशियन गेम्स में एथलीटों ने अच्छा प्रदर्शन किया जिसमें सबसे शानदार प्रदर्शन एथलीट शरद कुमार ने किया। एथलीटों की अलग से बात करनी इसलिए बनती है क्योंकि इन्होंने एक ही स्पर्धा में तीनों पदकों पर कब्जा जमाया है। भारतीय ऐथलीटों ने पुरुषों की ऊंची कूद टी-42/63 स्पर्धा में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक अपने नाम किए। भारत के शरद कुमार ने इस स्पर्धा में गेम रेकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया।
अंतिम दिन बैडमिंटन खिलाड़ियों ने दिखाया कमाल
अंतिम दिनों में बैडमिंटन खिलाड़ियों ने कमाल दिखाया। बीते शनिवार को भारत के सभी पांचों पदक बैडमिंटन खिलाड़ी ने जीते। पुरूषों के एकल एसएल3 क्लास बैडमिंटन में भारत के प्रमोद भगत ने इंडोनेशिया के उकुन रूकाएंडी को 21-19 15-21 21-14 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। पैरा शटलर तरूण ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत की झोली में एक और स्वर्ण पदक डाला। उन्होंने पुरूष एकल एसएल4 क्लास में चीन के युयांग गाओ को 21-16 21-6 से शिकस्त दी।
व्यक्तिगत तौर पर गोल्ड जीतने वाले पहले तीरंदाज बने हरविंदर सिंह
इस बार के एशियन गेम्स में सबसे बड़ी उपलब्धि तीरंदाज हरविंदर सिंह की रही। एशियाड स्तर पर हरविंदर सिंह निजी वर्ग में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बने। हरविंदर सिंह ने यह ख़िताब चीन के झाओ लिझुये को 6-0 से हरा कर अपने नाम किया है। खास बात तो यह है कि, एशियाई खेलों में भारत ने यह पहली बार तीरंदाजी में इंडिविजुअल इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया हैं।
डब्ल्यू2/एसटी स्पर्धा में जीता हरविंदर सिंह ने गोल्ड मेडल
हरविंदर सिंह ने अपना गोल्ड मेडल डब्ल्यू2/एसटी स्पर्धा में जीता है। डब्ल्यू 2 वर्ग में विकलांग खिलाड़ी होते हैं जिनके पैरे कटे होते हैं और वे चल नहीं पाते हैं। ये खिलाड़ी व्हीलचेयर की मदद से चलते हैं। ऐसी कठिन स्पर्धा में हरविंदर ने गोल्ड मेडल जीता है जो पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
इस बार के पैरा एशियन गेम्स में खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है और पूरे देश को इनसे उम्मीद है कि वे इस प्रदर्शन को आगे भी जारी रखेंगे।