पांडुरंग सालगांवकर – खेल में पालिटिक्स, फिक्सिंग, सट्टेबाजी खेल की गरिमा को खराब करती है।
लेकिन इसके बावजूद भी हम आए दिन खेलों में सट्टेबाजी, फिक्सिंग जैसे मामले देखते हैं। जिसमें कई बार खिलाडियों के शामिल होने की भी खबरें आती हैं। जिस वजह से उनका थोङे से पैसो का लालच उनके करियर बर्बाद कर देता है।
भारत में सबसे पाॅपुलर खेल क्रिकेट है। जिसमें आए दिन मैच फिक्सिंग के मामले सुने को मिलते हैं। और ऐसा ही कुछ सुने को मिला पुणे में हुए भारत न्यूजीलैंड के मैच से पहले। हालाकिं मैच फिक्सिंग के इस विवाद के बाद आईसीसी के पर्यवेक्षक ने पिच की जिसके बाद मैच शुरू किया गया । वरना मैच रद्द हो सकता था।
क्यूरेटर ने पांच मिनट में पिच को मन मुताबिक बनाने की दी गारंटी
न्यूज चैनल आजतक के मैच से पहले स्टिंग ऑपरेशन से खुलासा हुआ कि किस तरह पैसे देकर पिच में बाउंस कराया जा सकता था । स्टिंग के दौरान पांडुरंग सालगांवकर क्यूरेटर से जब बोला गया कि “दो खिलाङी चाहते हैं कि पिच में बाउंस ज्यादा हो । तो उसके हिसाब से क्या पिच में बदलाव हो सकता है। जिस पर सालगांवकर ने कहा कि पांच मिनट में हो जाएगा। यहाँ तक उसने सट्टेबाजी को मैच से पहले पिच के निरीक्षण करने की इजाजत भी दे दी “
क्यूरटर पांडुरंग सालगांवकर हुए पद से बर्खास्त
चैनल के स्टिंग वीडियो में सालगांवकर ने ये भी कहते सुने गए कि मैच में खूब रन बनेगे पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम साढे तीन सौ के करीब रन बनाएगी और दूसरी टीम को भी ये लक्ष्य चेज करने में कोई मुश्किल नहीं होगी। इस वीडियो के सामने आने के बाद सालगांवकर को क्यूरेटर के पद से बर्खास्त कर दिया गया है। और म्हामुनकर को नया क्यूरेटर बनाया गया है। जो अगले मैच में पिच का निरीक्षण करेंगे । पुणे मैच से पहले आईसीसी अधिकारियों पिच की जांच कर पुख्ता किया कि पिच से कोई छेङछाङ नही की गई है।
पांडुरंग रह चुके हैं तेज गेंदबाज
और आपको जानकर हैरानी होगी मैच फिक्स करने फिक्स करने वाले पांडुरंग सालगांवकर खुद एक क्रिकेटर रह चुके हैं। सालगांवकर 70 के दशक तेज गेंदबाज थे। जिन्हें श्री लंका दौरे पर जाने का मौका भी मिला था। लेकिन वो सीरीज रद्द हो गई थी । इसके बाद सालगांवकर को इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि घरेलु क्रिकेट में पांडुरंग सालगांवकर ने 63 मैचो में 214 विकेट लिए हैं।
पांडुरंग सालगांवकर का ये मामाला अभी खत्म नही हुआ है आशंका जताई जा रही है कि मैच फिक्सिंग में और भी कई बङे नाम जुङे हो सकते हैं जिसकी जांच खुद आईसीसी करवा रहा है।