भारतीय कंपनियों में लगा है पाकिस्तानियों का पैसा – हिंदुस्तान में लगभग 9400 शत्रु संपत्ति फैली हुई है जिसे जल्द ही भारत सरकार नीलाम करने की योजना बना रही है.
उम्मीद जताई जा रही है कि ऐसा करने से लगभग एक लाख करोड़ रुपए का मुनाफा सरकार को होगा. इस बात को जानकर आप सभी हैरान होंगे कि हिंदुस्तान में 577 कंपनियां है जहां पाकिस्तान के लोगों का भी हिस्सा है जिनमें से 266 कंपनियां इंडियन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है तो वहींं 318 ऐसी कंपनियां हैं जो नॉन लिस्टेड है जिनमें पाकिस्तानियों की हिस्सेदारी है.
2600 करोड़ की हिस्सेदारी –
– मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत की कंपनियों में पाकिस्तानियों की इन हिस्सेदारी पर कस्टोडियन ऑफ एनिमी प्रॉपर्टी डिपार्टमेंट की निगरानी रहती है.
– कस्टोडियन के अनुसार भारत की इन कंपनियों में पाकिस्तानी नागरिकों कि लगभग 40 करोड रुपए की हिस्सेदारी है.
– डॉलर के चल रहे भाव 65 रुपए के हिसाब से अगर कहें तो 2600 करोड़ रुपए होता है.
– दरअसल इन कंपनियों में जिनकी भी भागीदारी है वो भारत छोड़कर पाकिस्तान चले गए हैं जिसकी निगरानी अब कस्टोडियन डिपार्टमेंट ने संभाल रखी है.
– ये जानकारी तब सामने आई जब एक अंग्रेजी अखबार ने कस्टोडियन डिपार्टमेंट में आरटीआई लगाई जिसके जवाब के तौर पर ये जानकारी मिली.
बिड़ला से टाटा तक की कंपनियों में है हिस्सेदारी –
पाकिस्तान गए हुए लोगों को कस्टोडियन डिपार्टमेंट जिन्हें हिस्सेदार रखने का काम करता है उसमें बिड़ला से लेकर टाटा तक की कंपनियां शामिल हैं.
एसीसी सीमेंट जोकि टाटा की शेयर होल्डिंग कंपनी है उसमें भी पाकिस्तान के नागरिकों की हिस्सेदारी है.
साथ ही हिंदुस्तान मोटर्स जोकि बिड़ला परिवार की कंपनी है उसमें भी पाकिस्तान के नागरिकों की हिस्सेदारी है.
इसके अलावा डालमिया, सिप्ला और विप्रो हिंदुस्तान में भी ये शेयर होल्डिंग हैं.
एक पाकिस्तानी नागरिक ने किया क्लेम –
हिंदुस्तान की कंपनियों के इन शेयर्स पर पाकिस्तान का एक नागरिक क्लेम भी कर चुका है.
पाकिस्तान के इस नागरिक ने विप्रो कंपनी के लगभग 500 करोड़ के शेयर्स पर क्लेम किया है.
मात्र विप्रो ही एक ऐसी कंपनी है जिसकी शेयर होल्डिंग किसी बांग्लादेशी या फिर पाकिस्तानी व्यक्ति के पास सीधे तौर पर है.
ये हैं 5 वो भारतीय कंपनी जिसमें है पाकिस्तानियों की सबसे अधिक शेयर होल्डिंग –
भारतीय कंपनियों में लगा है पाकिस्तानियों का पैसा
१ – सिप्ला
पाकिस्तानी शेयरहोल्डर्स – 34
कितने शेर – 2.26 करोड़
वैल्यू – 1468 करोड़ रुपए
शेयर होल्डर्स के मामले में सबसे पहले नंबर पर फार्मा कंपनी सिप्ला है जिसमें 34 डिक्लेयर एनमीज शेयर्स हैं. जिसकी कुल कीमत 1468 करोड़ रुपए के करीब है.
२ – विप्रो
पाकिस्तानी शेयरहोल्डर्स – 2
कितने शेयर – 1.86 करोड़
वैल्यू – 1042 करोड़ रुपए
विप्रो वो दूसरी भारतीय कंपनी है जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों की हिस्सेदारी है. विप्रो के इस कंपनी में दो पाकिस्तानी नागरिकों की लगभग 1042 करोड़ का शेयर है.
बता दें कि हासिम प्रेमजी जोकि अजीम प्रेमजी के पिता थे उनके बिजनेस का बेस एक समय में कराची ही था.
३ – एसीसी सीमेंट
पाकिस्तानी शेयरहोल्डर्स – 172
कितने शेयर – 3.8 लाख
वैल्यू – 52.47 करोड़ रुपए
पाकिस्तानी नागरिकों की हिस्सेदारी एसीसी सीमेंट कंपनी में लगभग 52.47 करोड रुपए की है.
४ – डालमिया भारत
पाकिस्तानी शेयरहोल्डर्स – 140
कितने शेयर – 1.88 लाख
वैल्यू – 16.42 करोड़ रुपए
डालमिया भारत कंपनी में भी पाकिस्तानी नागरिकों की बड़ी हिस्सेदारी है. डालमिया भारत की इस कंपनी की मार्केट कैप की बात की जाए तो 0.08 फ़ीसदी है.
५ – VST इंडस्ट्रीज
पाकिस्तानी शेयरहोल्डर्स – 1
कितने शेयर – 1.19 लाख
वैल्यू – 20.13 करोड रुपए
हैदराबाद में स्थित VST इंडस्ट्रीज सिगरेट बनाने वाली कंपनी है जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों की 29.13 करोड़ रुपए का शेयर है.
भारतीय कंपनियों में लगा है पाकिस्तानियों का पैसा – इस तरह सिप्ला, टाटा और विप्रो जैसी भारत की बड़ी कंपनियों में पाकिस्तानी नागरिकों की बड़ी हिस्सेदारी है. लगभग 9400 शत्रु संपत्ति को भारत सरकार नीलाम करने की योजना बना रही है जिससे सरकार को लगभग 1 लाख करोड़ रुपए का मुनाफा होने की संभावना है.