ENG | HINDI

ओवरथिंकिंग के इतने नुकसान हैं और फायदा एक भी नहीं

ओवरथिंकिंग

उसने मेरा साथ ऐसा क्यो किया, आज ऑफिस में सारी गलती उसकी थी फिर भी डांट मुझे ही पड़ी, आखिर मुझे अच्छी नौकरी कब मिलेगी ?, मैं कभी अपना घर ले भी पाउंगी या नहीं, घर में भी सब ठीक नहीं चल रहा. आखिर मैं करूं तो क्या करूं ?

अगर आप भी ऐसी हज़ारों बातें सोचते हुए खुद को परेशाना कर रहे हैं तो ऐसा मत कीजिए जनाब ! ज़िदंगी के बारे में सोचना, उसकी प्लानिंग करना ग़लत नहीं है लेकिन ज्यादा सोचना यानी की ओवरथिंकिंग बिल्कुल ग़लत है।

आपको ये बात समझनी और माननी होगी कि अपने ज़िदंगी के हर पहलू पर, लाइफ में होने वाली हर घटना पर आपका कंट्रोल नहीं है और जब हालात आपके काबू में ना हो, जब परिस्थितियां आपके बस में ना हो तो किसी भी बात को सोचकर खुद को परेशान करना बिल्कुल बेकार है। याद रखिए, आपके सोचने से और कुछ भी नहीं बदलने वाला।

ओवरथिंकिंग

हां. मैं मानती हूं कि ज़िदंगी में कुछ भी होता है तो हम उसके बारे में सोचते हैं, लेकिन जब चीज़ों, बातों, लोगों के बारे में सोचने की हमारी ये आदत ज्यादा बढ़ जाती है तो ये हमें ही नुकसान पहुंचाती हैं।

ओवरथिंकिंग

आइए आपको बताते हैं कि जब आप ओवरथिंकिंग करते हैं तो क्या होता है-

1- आप दूसरों से ज्यादा रिएक्ट करने लगते हैं- जब आप ओवरथिंकिंग करते हैं तो छोटी सी बात पर भी आप ऐसे रिएक्ट करते हैं मानो पता नहीं क्या हो गया हो? कोई कैजुअल सी बात भी आप पर बहुत असर डाल देती है।

2- नींद होती है प्रभावित- किसी भी सिचुएशन के बारे में ज्यादा सोचने से हमारी नींद पर असर पड़ता है और नींद ठीक से ना आने की वजह से हमारा स्वास्थ्य भी खराब होता है।

ओवरथिंकिंग

3- बीमारियां घेर लेती हैं- अधिक सोचने की वजह से कईं बीमारियां हमारे इर्द-गिर्द अपना शिकंजा कसने लगती है। हाइपरटेंशन, थायरॉइड जैसी कईं बीमारियां अधिक सोचने और तनाव की वजह से हो सकती हैं।

4- आपकी सोच नकारात्मक हो जाती है- जब हम किसी परिस्थिति के बारे में ज्यादा सोचते हैं तो हमारी सोच निगेटिव होती जाती है फिर हमें किसी भी चीज़ में कुछ सकारात्मक नज़र नहीं आता बल्कि हम हर चीज़ के निगेटिव पहलू पर ही ध्यान देते हैं।

ओवरथिंकिंग

5- बाहरी दुनिया से नहीं बिठा पाते तालमेल- आप अपने अंदर सोच की एक ऐसी दुनिया बना लेते हैं जिसकी वजह से आप बाहर की दुनिया से सामंजस्य नहीं बिठा पाते क्योकि आप अपने अंदर के विचारों में ही खोए रहते हैं।

6- थकान महसूस करते हैं- ज्यादा सोचने की वजह से आपका दिमाग थका हुआ महसूस करता है और आपका किसी काम में मन नहीं लगता।

अब आप समझ ही गए होंगे कि ओवरथिंकिंग का एक भी फायदा नहीं है बल्कि सिर्फ ढ़ेर सारे नुकसान हैं औऱ सबसे कमाल की बात ये है कि आपको होने वाले इन नुकसानों की वजह आप खुद ही हैं। इसलिए ओवरथिंकिंग से बचें, ऐसा करके आप कुछ बदल नहीं पा रहे लेकिन अपने आज को बरबाद कर रहे हैं और अपनी सेहत को भी खराब कर रहे हैं।