दूसरी ओर कोर्ट ने अपने क्रांतिकारी फैसले में ये भी कहा कि कभी कभी जोश में या गलती से शादी के बाहर शारीरिक संबंध बन जाते है.
अगर ऐसा गलती से एक बार हो जाये तो वो व्याभिचार या धोखे की श्रेणी में नहीं आता . कभी कभी हालात या मानसिक दशा कुछ ऐसी होती है कि इंसान बहक जाता है. इसलिए one night stand अगर हो भी जाए तो उसे माफ़ किया जा सकता है. लेकिन अगर जानबूझ कर ऐसा बार बार किया जाए तो वो गलत है.
तो ये था गुजरात हाई कोर्ट का फैसला व्याभिचार और one night stand के बारे में. आपक अनुसार क्या one night stand माफ़ी लायक अपराध है या ये भी धोखा है अपने साथी के साथ? अपनी राय बताइए कमेंट बॉक्स में.