ऐसा करते करते दोस्ती हो जाए फिर उसे उन सब जगह ले जाओ जहाँ तुम रोज़ जाते हो. चाय की टपरी, समोसे की दूकान, हीरो हौंडा पर फर्राटे से भागना. एक बाद का ध्यान रखना उसे ये मत जताना कि तुम उसे पाने के लिए नाटक कर रहे हो क्योंकि झूठे नाटकबाज़ लोगों से लड़की दूर हो जाती है और ना ही ठरक में आकर कोई छिछोरापण करना.
बस देखना एक बार उसे आपकी खालिस देसी स्टाइल लुभा गयी और आपके साथ सुरक्षित महसूस करने लगी तो याद रखना उसके बाद से कभी अकेले में कुमार सानु के दर्द भरे नगमे नहीं अरिजीत सिंह के प्यार भरे नगमे ही बजेंगे.