आप अधिक चतुर हो जाते है.
बढती उम्र के साथ आपके आने वाले अनगिनत अनुभव आपको दिन ब दिन होशियार बनाते है. ये भी एक कारण है आप किसी भी पड़ाव पर बेहतर निर्णय लेने से नहीं कतराते और परिणाम ज्यादा तर अच्छे और अनुकूल रहते है.
स्पर्धात्मक युग में अपडेट और ह्यापनिग ट्रेंड्स के साथ रहने वाली पीढ़ी की बौद्धिक क्षमता ढलती उम्र के साथ चतुर हो जाती है.
जैसे की आप ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के अनुसंधान पर हमने प्रकाश डाला है, उससे आपको यह पता तो चला है कि इन सारी बातों के पीछे विज्ञान का तर्क है.
अब आपको ढलती उम्र को लेकर ज्यादा सोचना नहीं चाहिए. केवल जो वक़्त है उसे पूरी तरह जीते हुए अपनों को भी साथ लेकर जीने का मजा लेना चाहिए.
ढलती उम्र से घबराने की जरूरत नहीं.