आज हमारे बीच डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम नहीं हैं.
लेकिन उनके आविष्कारों और उनके महान कार्यों की वजह से भारत की विश्व में शान बनी हुई है.
15 अक्टूबर को स्वर्गीय अब्दुल कलाम जी का जन्मदिन होता है. इस ख़ास मौके पर हम आज आपको भारत के उस परमाणु परीक्षण की सारी कहानी बताते हैं जो कलाम जी के बिना संभव नहीं था.
आज अगर भारत परमाणु संपन्न देश है तो वह बस डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की बदौलत ही है-
परमाणु परीक्षण की तसवीरें –
1. जैसलमेर के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में खेतोलाई गांव के पास 11 व 13 मई 1998 को मिसाइल मेन अब्दुल कलाम की अगुवाई में भारत ने परमाणु परीक्षण कर सबको हैरान और परेशान कर दिया था.