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अब ISI ने की कांग्रेस में घुसपैठ !

ISI कांग्रेस में

ऐसा लगता है ISI कांग्रेस में घुस गयी है.

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के आतंकी देश में तो घुसपैंठ कर ही रहे हैं लेकिन लगता है कि अब ISI कांग्रेस में भी घुस गए है – इनकी पैंठ राजनीतिक दलों में भी हो गई है.

अभी तक कश्मीर में ही पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते थे लेकिन अब उत्तर प्रदेश में भी ये नारे लगने लगे हैं. 24 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की ठाकुरद्वारा तहसील में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे.

पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा उरी में सैन्य बेस कैंप पर हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कठघरें में खड़ी करने वाली कांग्रेस पार्टी अब अपने भीतर हुई आईएसआई के एजेंटों की घुसपैठ और पाकिस्तान जिंदाबाद को लेकर सवालों को घेरे में आ गई है.

बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ उरी आतंकी हमले को लेकर ठाकुरद्वारा में कांग्रेस की आतंकवाद विरोधी रैली का आयोजन किया था. आरोप है कि इस रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए.

मामले गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मुरादाबाद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष समेत दो सौ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी की किसान यात्रा कर रहे हैं. राज्य में कांग्रेस के संगठन को भी सक्रिय कर उन्हें भी जिला स्तर पर धरने रैली करने के लिए कहा गया है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि चुनावों से पहले पार्टी काडर को सक्रिय किया जा सके.

उरी आतंकी हमले को कांग्रेस मोदी सरकार की एक बड़ी विफलता के रूप में प्रचारित कर रही है. इसी क्रम कांग्रेस ने 24 सितंबर को कश्मीर में आतंकी हमले के विरोध में काशीपुर रोड से एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाली थी. आरोप है कि रैली के दौरान कांग्रेस जिंदाबाद के साथ ही कुछ लोगों पाकिस्तान जिंदाबाद के भी नारे लगा गए. बताया जाता है कि इस रैली की वीडियो रिकार्डिंग भी हुई है. जिसकी तलाश कर पुलिस दोषियों को पहचान और सबूत जुटाने का काम रही है.

बताया जाता है कि जैसे की जानकारी हुई और उसने तूल पकड़ना शुरू किया उससे पहले ही उपनिरीक्षक अमित शर्मा की तहरीर पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ. एपी सिंह, नगराध्यक्ष यासीन कुरैशी, एजाज अंसारी, मुशाहिद चैधरी समेत करीब दो सौ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया.

दूसरी ओर मुकदमा दर्ज होते ही कांग्रेसी भूमिगत हो गए.

हालांकि, उनका कहना है कि रैली का मकसद आतंकवाद की निंदा करने के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना था. लेकिन कांग्रेस और हिंदुस्तान की जिंदाबाद करते-करते कुछ लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद के स्थान पर भी जिंदाबाद पुकार गए. यह सब भूलवश निकल गया, वर्ना किसी ने जानबूझ कर जिन्दाबाद का नारा नहीं लगाया है

अब पार्टी के लोग भले ही इस मामले को लेकर सफाई दे लेकिन इससे एक संदेश तो साफ है कि देश में जहां कुछ लोग ऐसे हैं जो भारत में रहकर आज भी जिन्ना का एजेंडा चला रहे हैं तो वहीं कुछ सेक्युलर जमात भी हैं जो ऐसे लोगों के गलत और देश विरोधी कृत्यों पर पर्दा डालने के लिए आगे आ जाती है.

लिहाजा, समय बदल रहा है. कांग्रेस और मुस्लिम समुदाय को इस बीमारी पर गंभीरता से सोचना होगा क्योंकि भारत के लोग अब देश को तोड़ने वाली इन नापाक साजिशों को और अधिक बर्दास्त करने के मूड में नहीं है.