रियो ओलंपिक में दो पदक जीतकर आनेवाली भारतीय महिला खिलाड़ियों का भारत लौटने पर जोरदार स्वागत किया गया.
उन्हें न सिर्फ सम्मानित किया गया बल्कि उन्हें नौकरियों के ऑफर भी दिए जा रहे हैं.
ये आलम है हमारे हिंदुस्तान का, जिसकी झोली में रियो ओलंपिक से महज दो पदक ही आए हैं फिर भी हमारा देश उन तमाम खिलाड़ियों की हौसला अफज़ाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.
लेकिन क्या आप जानते हैं उत्तर कोरिया में हारनेवाले खिलाड़ियों के लिए वहां के तानाशाह ने बहुत ही कठोर सज़ा मुकर्रर कर रखी है.
तानाशाह किम जोंग का तालीबानी फरमान
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग पहले से ही अपने अजीबो-गरीब हरकतों के लिए दुनिया भर में मशहूर है. उसने अब रियो ओलंपिक में हारनेवाले खिलड़ियों के लिए तालीबानी फरमान जारी किया है.
इस फरमान के मुताबिक जो खिलाड़ी रियो ओलंपिक में अपने देश के लिए पदक नहीं जीत पाए हैं उन्हें सज़ा के तौर पर कोयला के खदानों में काम करना पड़ेगा. इसके साथ ही उन खिलाड़ियों के राशन में भी कटौती की जाएगी.
किम ने खिलाड़ियों को दिया था टारगेट
ये बताया जा रहा है कि तानाशाह किम ने रियो ओलंपिक में जानेवाले अपने देश के खिलड़ियों को पहले से ही एक टारगेट दे रखा था. जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के लिए खिलाडियों को कम-से-कम 5 गोल्ड के साथ 17 पदक जीत कर लाने हैं. उससे कम में कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
लेकिन इस बार रियो में उत्तर कोरिया को 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 2 कांस्य पदक ही मिले हैं. जिसकी वजह से किम काफी गुस्से में है और पदक नहीं जीत पानेवाले खिलाड़ियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए ये फरमान जारी किया है.
सज़ा के फरमान से खौफ में हैं खिलाड़ी
ये खबर आ रही है कि जो खिलाड़ी रियो में पदक जीतने में नाकाम साबित हुए हैं उन्हें सज़ा के तौर पर बेकार पड़े घर में शिफ्ट किया जाएगा और उनको कोयले के खदानों में काम करना होगा. इसके साथ ही उनके राशन में कटौती की जाएगी.
किम जोंग के इस तालिबानी फरमान से खिलाड़ी खौफज़दा हैं. उन्हें अब अपनी जान का डर सताने लगा है. उन्हें डर है कि कहीं उनकी ज़िंदगी नर्क न बन जाए.
क्या है किम के गुस्से की असली वजह ?
बताया जा रहा है कि खिलाड़ियों पर किम के इस गुस्से की असली वजह दक्षिण कोरिया है. उत्तर कोरिया के दुश्मन देश दक्षिण कोरिया ने रियो ओलंपिक में ज्यादा पदक जीत लिया है.
दक्षिण कोरिया की झोली में इस बार कुल 21 पदक आए हैं. इसलिए अपने दुश्मन देश की इस कामयाबी का सारा गुस्सा किम ने अपने खिलाड़ियों पर उतारा है.
पदक जीतनेवाले खिलाड़ियों को तोहफा
देश के लिए पदक जीतनेवाले खिलाड़ियों पर किम कुछ ज्यादा ही मेहरबान है. इसलिए तो किम ने उन खिलाड़ियों को अच्छे घर, बेहतर राशन और कई तरह के तोहफे से सम्मानित करने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि हार और जीत खेल का एक हिस्सा है और खेल में हार-जीत तो लगी रहती है. इसके लिए खिलाड़ियों को इतनी बड़ी सज़ा देना सरासर नाइंसाफी है. लेकिन ये इस तानाशाह को कौन समझाए क्योंकि उत्तर कोरिया में सिर्फ इस तानाशाह की हुकुमत चलती है जिसके आगे वहां की आवाम झुकती है.
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