सेहत

नॉन वेजिटेरियन हैं तो जान लें कि ऐसे जानवर का मांस खाने से सड़ जाती हैं आंतें

नॉन वेजिटेरियन – आज के समय में मांसाहार का सेवन लोग ज्‍यादा करने लगे हैं। अब तो बीफ तक का मांस खाने लगे हैं लोग। कुछ लोगों को ये नहीं पता होता कि सेहत के लिए मांस बहुत नुकसानदायक होता है।

मांसाहारी लोगों की सेहत शाकाहारी लोगों की तुलना में बहुत खराब रहती है। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि किस तरह के मांस के सेवन से आंतों और सेहत को सबसे ज्‍यादा नुकसान होता है। सेहत विशेषज्ञों की मानें तो कुछ जानवरों का मांस ऐसा होता है तो इंसान को ताकत देने की बजाय बीमारियां दे देता है।

इस तरह का मांस देता है नुकसान

एक रिसर्च की मानें तो जो जानवर तंदुरुस्‍त नहीं है उसका मांस खाने से सेहत को नुकसान होता है। आज के समय में जानवरों के मांस को बढ़ाने के लिए केमिकल का प्रयोग बहुत ज्‍यादा बढ़ रहा है और मांस से बने व्‍यंजनों की भी खूब डिमांड है। ऐसे जानवर का मांस खाने से आंते सड़ जाती हैं।

अब लोग पहले की तरह शारीरिक व्‍यायाम नहीं करते हैं और अपनी सेहत को लेकर भी ज्‍यादा सजग नहीं हैं। ऐसी लाइफस्‍टाइल में मांस को पचाना मुश्किल हो जाता है। केमिकल युक्‍त मांस का सेवन आपकी आंतों को नुकसान पहुंचाता है। आपको बता दें कि अस्‍पतालों में नॉन वेजिटेरियन लोगों में बीमारियों की संख्‍या बढ़ रही है।

ऐसा मांस खाएं

फिट रहने के लिए प्राकृतिक मांस खाना सेहतमंत रहता है। छोटे शहरों में गुणवत्ता के मामले में बढिया मांस मिलता है। हालांकि, अब अच्‍छी गुणवत्ता वाला मांस कम ही मिलता है इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने आहार में मांस का सेवन कम ही कर दें।

मांस खाने के नुकसान

लाल मांस में पाया जाने वाला यौगिक एथेरोस्‍क्‍लेरोसिस ध‍मनियों को कठोर बना सकता है। स वजह से आप कई बीमारियों का शिकार बन सकते हैं।

जो लोग लाल मांस का सेवन अधिक करते हैं उनकी उम्र कम होती है यानि की अगर आप लाल मांस ज्‍यादा खाते हैं तो इसका  असर आपके जीवनकाल पर भी पड़ता है।

मीट में यूरिक एसिड अधिक मात्रा में होता है। ये शरीर के अंदर जमा होकर गठिया जैसे रोगों को पैदा करता है।

मीट में लौह तत्‍व बहुत ज्‍यादा होता है इसलिए इसका ज्‍यादा सेवन करने से मस्तिष्‍क में लौह की मात्रा बढ़ जाती है। ये अल्‍जाइम रोग का कारण बन सकता है।

ये तो थी नॉन वेजिटेरियन डाइट की बात अब ज़रा वेगन डाइट के बारे में जान लेते हैं। नॉन वेजिटेरियन डाइट से ज्‍यादा बेहतर वेगन डाइट होती है। ये आपको कई तरह की बीमारियों से बचा सकती है। वेबन डाइट से टाइप 2 डायबिटीज़ और ह्रदय से संबंधित कई रोगों से बच सकते हैं।

अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो बेहतर होगा कि आप अपनी डाइट में कुछ जरूरी बदलाव कर लें क्‍योंकि आपका खानपान आपको बीमार बना सकता है और बीमारी व्‍यक्‍ति कभी भी सुखी नहीं होता है। स्‍वस्‍थ रहने के लिए शाकाहारी भोजन सबसे बढिया रहता है। आपको इसी का सेवन करना चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। स्‍वस्‍थ जीवन ही सबसे बड़ी पूंजी है और इसी तरह सुखी रहा जा सकता है।

Parul Rohtagi

Share
Published by
Parul Rohtagi

Recent Posts

इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में आरसीबी के जीतने की संभावनाएं

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…

2 months ago

छोटी सोच व पैरो की मोच कभी आगे बढ़ने नही देती।

दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…

3 years ago

Solar Eclipse- Surya Grahan 2020, सूर्य ग्रहण 2020- Youngisthan

सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…

3 years ago

कोरोना के लॉक डाउन में क्या है शराबियों का हाल?

कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…

3 years ago

क्या कोरोना की वजह से घट जाएगी आपकी सैलरी

दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…

3 years ago

संजय गांधी की मौत के पीछे की सच्चाई जानकर पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक जाएगी आपकी…

वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…

3 years ago