पब में सिंगल एंट्री – रात जवां और हाथों में हमसफ़र का हाथ हो तो रात और भी रंगीन लगती है.
जवानी का असली आनंद तभी आता है जब रात को जब सब सोते हैं तो आप पब में जाकर गाने पर झूमते हैं, लेकिन ये आपको भी पता होगा कि अकेले आप किसी भी पब में एंट्री नहीं कर सकते. इसका क्या कारण हो सकता है.
दरअसल बात ये है कि यहाँ पब में सिंगल एंट्री नहीं होती – इन जगहों पर लोग एक साथी के साथ जाते हैं. कपल की एंट्री होती है. ऐसे में अकेले आप अगर इसमें जाएंगे तो आपका ध्यान भटक सकता है. या अगर आप बहुत सुंदर हैं तो कोई दूसरा आपके साथ आ सकता है. इसे में जो उसके साथ आया है, वो अकेला हो जाएगा.
कुछ सालों पहले की बात है जब पब में न जाने किस तरह से कुछ लड़के अकेले ही घुस गए. वहां पर सभी अपने पार्टनर के साथ मस्ती में झूम रहे थे. लड़कियों को छोटे ड्रेस में नाचते देख उन लड़कों की नियत बिगड़ गई और वो भी उनके साथ ज़बरदस्ती नाचने लगे. इससे पब में हंगामा मच गया. मार पीट तक की नौबत आ गई. तब से आम तौर पर सभी पब कपल एंट्री ही देने लगें.
लड़का हो या लड़की कोई भी अकेले अंदर नहीं जा सकता. वैसे ये एक तरह से ठीक भी है. रात के अँधेरे में पार्टनर की बाहों में बाहें डाले डांस कर रहे हों तो बेहतर होता है. ऐसे में कोई भी अनजान चेहरा जब आपसे ज़बरदस्ती करने लगे तो रंग में भंग पड़ जाता है. ख़ुशी का माहौल ख़त्म हो जाता है. एक- दूसरे से दुश्मनी तक शुरू हो जाती है. लड़कियों की साथ धमकी भरी बातें होने लगती हैं.
इसलिए ९९ परसेंट पब में सिंगल एंट्री नहीं होती – जोड़ों में ही एंट्री कराई जाती है. पब वाले भी किसी तरह का नुक्सान नहीं चाहते.