सफ़ेद बालों का उपाय – ‘यार मेरे बाल अभी से सफ़ेद हो रहे हैं.”
आजकल ये लाइन युवा पीढ़ी की जबान पर होती है. खाने की अनियमितता और तनाव के बैगेज के कारण समय से पहले लोगों के बाल सफ़ेद हो रहे हैं. बालों का असमय सफ़ेद होना कई तरह से आपके लिए नुकसान पहुंचाता है.
पहले तो आपकी इमेज को लोगों के सामने डाउन कर देता है. इन्हीं सफ़ेद बालों को जब आप रंगते हैं तो कुछ समय के बाद बचे-खुचे बाल भी सफ़ेद हो जाते हैं. बालों पर कलर लगाने से इसका असर आपकी आँखों पर पड़ता है.
आँखों की रौशनी कमज़ोर होने लगती है. सर में दर्द भी शुरू हो जाता है. बालों को रंगने की बजाय करें ये सिंपल उपाय.
सफ़ेद बालों का उपाय –
आप सभी खाने में सब्ज़ी का प्रयोग करते होंगे. भले ही खाना कोई और बनाए, लेकिन घर में सब्ज़ी ज़रूर बनती है. बस, यही सब्ज़ी आपकी समस्या का हल है. प्रकृति ने एक ऐसी चीज़ बनाई है, जिसका सेवन करने से आपके बाल सफ़ेद से काले होने लगेंगे. बाजार में मिलने वाली तोरी, कोई इसे तुरई कहता है तो कोई तोरी जो सफ़ेद बालों का उपाय है-अलग जगह इसे अलग अलग नाम से पुकारा जाता है. हरी सब्ज़ियों में ये आती है. इसका आपके बालों पर सीधा असर पड़ता है.
इस सब्ज़ी में गुणों का खान है. इसमें डाइटरी फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक का एक काफी अच्छा स्त्रोत है. तुरई में काफी कम मात्रा में फैट, कोलेस्ट्रोल तथा कैलोरीज होते हैं जो इसको वजन कम करने के लिए एक आदर्श सब्जी बनाते हैं. इस सब्जी का सेवन लगातार करने से फायदा होता है.
खाने के साथ ही आप इस सब्जी का पेस्ट बनाकर अपने बालों पर लगा सकते हैं और असमय सफ़ेद बालों से बच सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले तुरई के कुछ टुकड़ों को छाया में सुखाकर कूट लें. इन टुकडों को नारियल के तेल में मिलाकर 5 से 6 दिन तक रखें, फिर इसको उबालें तथा छानकर बोतल में भर लें. इसे हल्का गर्म करके नियमित बालों की मालिश करें. ऐसा नियमित करने से सफ़ेद हुए बाल धीरे-धीरे काले हो जायेंगे. शुरुआत में आपको हो सकता है कि निराशा हाथ लगे, लेकिन थोड़े ही दिनों में फर्क दिखने लगेगा. पहली ही बार में आपके बाल काले नहीं हो जाएंगे, क्योंकि केमिकल से भरे उन रंगों की तरह नहीं है जो सिर्फ कुछ ही मिनटों में बालों को रंग तो देते हैं, लेकिन उसका उल्टा असर डालते हैं.
भारत में वो जगहें जहाँ पर आदिवासी निवास करते हैं, वहां पर इस सब्जी का बखूबी प्रयोग किया जाता है. वहां की महिलओं के बाल लम्बे और घने होते हैं. इतना ही नहीं उनके बाल एक उम्र के बाद ही सफ़ेद होते हैं. आदिवासी तोरी को अमृत मानते हैं. गर्मियों में तोरी आदिवासी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बनाई जाती है. आदिवासी और जंगलों में रहने वाली महिलाओं को बाल हमेशा ज्यादा घने और खूबसूरत होते हैं. इसका कारण नेचुरल चीज़ें होती हैं. उनके बाल ही नहीं, बल्कि उनका स्वास्थ भी शहरी लोगों से कई गुना अच्छा होता है.
ये है सफ़ेद बालों का उपाय – तो अब से आप भी इस सब्जी को घर ले आइए और इसे जमकर खाइए और बालों पर लगाइए.
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