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हैदराबाद में सोने का टिफिन समेत निज़ाम की कई चीजें हुईं चोरी

निज़ाम की चीज़ों की चोरी

निज़ाम की चीज़ों की चोरी – हैदराबाद में अंग्रेजों से पहले निज़ाम का राज था और निज़ाम अपनी शानो-शौकत के लिए पूरी दुनिया में फेमस थे। जिसके कारण ब्रिटिश भी इनकी काफी इज्जत करते थे।

निज़ाम ही उन अंतिम राज्यों में से था जो अंत तक ब्रिटिशों की गुलामी से दूर रहा। निज़ाम की इस शानो-शौकत को देखने के लिए एक बार उनका संग्राहलय जाइए। वहां अब भी असली सोने से बनी चीजें रखी हुई हैं जिन्हें देखकर आपकी आंखे चौंधिया जाएंगी।

लेकिन ये क्या?

अब जाने से कोई फायदा नहीं।

हमें अफसोस से कहना पड़ रहा है कि संग्रहालय में रखी हुई निज़ाम की चीज़ों की चोरी हो गई हैं। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित निज़ाम के संग्रहालय से सोने का टिफिन समेत निज़ाम की चीज़ों की चोरी हो गई हैं।

निज़ाम की चीज़ों की चोरी

निज़ाम की चीज़ों की चोरी

एक जड़ाऊ कप की भी हुई चोरी

इस चोरी में सोने के टिफिन के अलावा, रुबी, हीरा व पन्ना से जड़ा एक कप भी है। इसके अलावा तश्तरी और चम्मच की भी चोरी हुई है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। बतौर रिपोर्ट्स, इन सारे सामानों का इस्तेमाल हैदराबाद के आखिरी निज़ाम करते थे।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संग्रहालय के अधिकारियों की ओर से दर्ज करायी गई शिकायत के आधार पर सोमवार को बताया कि संग्रहालय की तीसरी दीर्घा से चोरी की ये सारी घटनायें हुई हैं। उन्होंने बताया कि वे पुरा महत्व की वस्तुएं सातवें निजाम की थीं।

निज़ाम की चीज़ों की चोरी

तीन किलो हुआ सोना चोरी

चोरी हुई ऐतिहासिक धरोहर का कुल वजन तीन किलो है। अधिकारियों के अनुसार चोरी हुई सारी चीजें काफी बेशकीमती हैं। सभी ऐतिहासिक महत्व की चीजें 1936 की हैं। ये सारी चीजें अंतिम निज़ाम मीर उस्मान खान (सप्तम) को उनके शासनकाल की सिल्वर जुबिली के मौके पर उपहार स्वरुप मिले थे। इस लिए ये सारी चीजें एंटिक थीं और इनकी कीमत करोड़ों में थी। जिसने भी चोरी की है उसने अगर इसे बेचने की कोशिश की तो शायद आसानी से पकड़ा जा सकता है।

निज़ाम की चीज़ों की चोरी

पुलिस के अनुसार चोर प्रथम तल में स्थित झरोखे से इमारत के अंदर घुसा था। संग्रहालय की इमारत 19वीं शताब्दी में बनी है। चोर ने इमारत के अंदर घुसने के लिए लोहे की छड़ का इस्तेमाल किया था। झरोखे पर लोहे की छड़ को लगाकर चोर इमारत के अंदर घुसा और तीसरे तले पर गया। जहां से उसने सारी चीजें चोरी कीं। जो छड़ चोर ने इस्तेमाल की थी वह संग्राहलय से बरामद की गई।

निज़ाम की चीज़ों की चोरी

संग्रहालय की लचर व्यवस्था चोरी की जिम्मेदार

पुलिस का मानना है कि संग्रहालय में सुरक्षा उतनी कड़ी नहीं थी जितनी कि सामान्य तौर पर संग्रहालयों में होती है। इस कारण ही चोर आसानी से संग्रहालय में घुस सका और चोरी करने में सफल रहा। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और चोर को पकड़ने के लिए टीमों का भी गठन कर लिया है।

500 करोड़ की चीजें

निज़ाम की चीज़ों की चोरी के पीछे पुलिस का मानना है कि संग्रहालय की चोरी में किसी कर्मचारी का हाथ हो सकता है। गौरतलब है कि संग्रहालय में वर्तमान समय में 450 सामान रखे हुए हैं जिसमें से कई निज़ाम सप्‍तम और मीर महबूब अली खान के हैं। इन सारी चीजों की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 250 से 500 करोड़ रुपये के बीच है। ऐसे में संग्रहालय की इतनी लचर सुरक्षा राज्य सरकारी की सुरक्षा की पोल खोल कर रख देती है।