साल में वैसे को कई एकादशी आती हैं लेकिन निर्जला एकादशी का विशेष महत्त्व बताया जाता है.
कई व्यक्ति सभी एकादशी का व्रत नहीं रख पाते हैं. तो ऐसे लोग यदि निर्जला एकादशी पर व्रत कर लेते हैं तो उनको पूरे साल का ही फल मिलता है. साल 2016 की निर्जला एकादशी 16 जून को है.
फिर भी अगर आप व्रत नहीं कर सकते हैं तो निर्जला एकादशी को यह 8 दान तो जरुर कीजिये.
इनके दान से भगवान विष्णु काफी प्रसन्न होते हैं. तो आइये पढ़ते हैं क्या हैं वो दान, जो निर्जला एकादशी को करने चाहिए-
1. बुरी आदतों का दान करो
आपकी जो भी बुरी आदतें हैं आप उनको छोड़ दो. आप दिल कपट से भरा ना हो और आप कभी दूसरों का बुरा ना सोचो.
2. गरीब को सोना दान दें
जो व्यक्ति काफी गरीब है अगर आप उस व्यक्ति को निर्जला एकादशी के दिन सोना दान करते हैं तो इस कार्य से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं.
3. वस्त्र दान करें
गरीब लोगों को नये वस्त्र दान करने से आपको धन संबंधित लाभ प्राप्त होता है. लेकिन ऐसे लोगों को ही कपडें दान करें जो जरूरतमंद हों.
4. ब्राह्मण को भोजन
निर्जला एकादशी के दिन यदि आप सूर्योदय के बाद ब्राह्मण को भोजन कराते हैं तो यह भी बात भी आपको लाभ प्रदान करती है.
5. प्याऊ दान करें
आप सभी प्यासे लोगों के लिए प्याऊ का निर्माण करा सकते हैं. यदि यह संभव नहीं है तो एक माटी का घड़ा लें और उसे पानी से भर लें. इसके पश्चात् उसे किसी गरीब को दान करें. आपके सभी रुके हुए कार्य बनने लगते हैं.
6. अपना लालच दान करें
लालची व्यक्ति के पास लक्ष्मी नहीं आती है. यदि लालची व्यक्ति धनी है तो उसके पास लक्ष्मी नहीं है किन्तु जहर है जो आपको धन नजर आता है. लक्ष्मी वही होती है जो बेशक कम होती है किन्तु सुख देती है. तो आप अपना लालच किसी निर्जीव वस्तु को दान कर दें. भगवान विष्णु आपके साथ रहेंगे.
7. गरीब बच्चों को शिक्षा दान करें
यदि कोई व्यक्ति गरीब बच्चों को सरस्वती देवी दान करता है अर्थात गरीब बच्चों को पढाई के लिए मदद करता है तो ऐसे व्यक्ति के पास विष्णु भगवान सदा रहते हैं.
8. किसी विधवा की मदद करें
आप ब्रहस्पतिवार को किसी विधवा स्त्री की मदद जरुर करें. आपके इस कार्य से आपको भगवान विष्णु का आशीर्वाद जरुर मिलेगा.
आप अगर यह दान किसी भी एकादशी या ब्रहस्पतिवार को करें, क्योकि उन्नति का ग्रह सूर्य और ब्रहस्पति ही है. यदि आप धन और नौकरी में उन्नति चाहते हैं तो यह दान एकादाशी पर जरूर किया करें. भगवान विष्णु इन दान से सदा प्रसन्न रहते हैं.