निर्भया केस में दोषियों को फांसी देना अब 3 मार्च को पक्का नजर आ रहा है. 2 मार्च के दिन निर्भया केस के दोषियों के वकील ने अदालत के अंदर जाकर फांसी के मामले पर एक और अर्जी दी लेकिन अदालत ने इस अर्जी को स्वीकार करने से साफ साफ मना कर दिया है. ऐसे में अब लग रहा है कि 3 मार्च के दिन निर्भया केस के दोषियों को फांसी दे दी जाएगी।
निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए जेल के अंदर पवन जल्लाद पहुंच चुका है, जिसका काम इन तीनों दोषियों को फांसी देना है. पवन जल्लाद इससे पहले भी खबरों में तब आ चुके हैं जब उन्होंने यह बात स्वीकार की थी कि वह निर्भया के दोषियों को बिना पैसों के भी फांसी दे सकते हैं. रविवार को ही पवन जल्लाद जेल पहुंच चुके हैं और इन्होंने जेल पहुंचकर फांसी के फंदे तैयार कर लिए हैं. फांसी देने से पहले जो भी तैयारियां होती हैं पुतला बनाकर फांसी देने की तैयारियां पूरी करते हुए पवन जल्लाद नजर आ रहे हैं.
3 मार्च को सुबह-सुबह फांसी देने का समय तय कर दिया गया है. सूत्रों की मानें तो 4:00 से 5:00 बजे के बीच में सुबह फांसी दे दी जाएगी। पवन जल्लाद खुद रविवार और सोमवार के दिन निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए तैयारी करते हुए नजर आए हैं.
उच्चतम न्यायालय ने निर्भया के दोषी पवन कुमार गुप्ता की सुधारात्मक याचिका (क्यूरेटिव पिटीशन) सोमवार को खारिज कर दी. सभी दोषियों को मंगलवार को फांसी दी जानी है. इसी पीठ ने फांसी पर रोक लगाने की पवन की अर्जी भी खारिज कर दी.
अदालत ने दोषियों की फांसी पर रोक लगाने से साफ-साफ इंकार कर दिया है हालांकि पवन के पास अभी राष्ट्रपति को दया याचिका दाखिल करने का विकल्प बचा हुआ है लेकिन इस तरीके की खबरें सामने आ रही है कि पवन अब राष्ट्रपति के पास नहीं जाएगा राष्ट्रपति जी से पहले सभी दोषियों की याचिका को ठुकरा चुके हैं.
लेकिन अगर पावन राष्ट्रपति के पास दया याचिका लेकर जाता है तो ऐसे में 3 मार्च को होने वाली फांसी एक बार फिर से टलती हुई नजर आ सकती है.
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