निर्भया केस में फंसे हुए तीनों अपराधियों की फांसी 3 मार्च को सुबह-सुबह हो सकती है. अदालत के अंदर वैसे अभी पवन नाम के एक दोषी ने याचिका डाल दी है जिसको कि कोर्ट ने खारिज कर दिया है. अब पवन के पास राष्ट्रपति से दया याचिका के अलावा कोई भी और रास्ता नजर नहीं आ रहा है. ऐसा भी हो सकता है कि पवन को छोड़ बाकी 2 लोगों को 3 जनवरी के दिन फांसी दे दी जाए. पवन जल्लाद फांसी देने के लिए जेल पहुंच चुका है. निर्भया केस में फंसे हुए तीनों अपराधी इस समय बेहद ही दयनीय अवस्था में हैं.
फांसी के 3 दिन पहले से ही इन दोषियों ने खाना पीना बंद कर दिया है लेकिन 3 जनवरी को इन सभी दोषियों को फांसी होनी है इसलिए लगातार जेलकर्मी इनसे खाने के लिए पूछ रहे हैं. सूत्रों के हवाले से इस तरीके की खबरें सामने आ रही हैं कि एक दोषी ने चाय के साथ ब्रेड खाने के लिए ली है तो वही दूसरे साथी ने मात्र खिचड़ी के लिए आग्रह किया है. तीनों में से एक साथी ने खाना पीना छोड़ रखा है और वह जानता है कि शायद अब वह दिन नजदीक आ चुका है जब इनको इनके किए हुए बुरे काम की सजा मिलने वाली है. कोर्ट ने 3 मार्च को इन तीनों ही दोषियों को फांसी की सजा सुना दी है.
फांसी से पहले यह तीनों ही दोषी पहले भी खाना-पीना छोड़ चुके हैं लेकिन पिछली बार फांसी टल गई थी जिसके बाद इन लोगों ने खाना पीना शुरू कर दिया था लेकिन इस बार इन दोषियों ने खाने में किसी भी तरीके का कोई विशेष प्रबंध करने से साफ-साफ मना कर दिया है. खिचड़ी और चाय के साथ ब्रेड खाकर ही यह लोग फांसी से 1 दिन पहले गुजारा कर रहे हैं.
फांसी से 1 दिन पहले हालात यह हैं कि यह तीनों ही कैदी बहुत ही गुमसुम नजर आ रहे हैं और उनकी आंखों में मौत से पहले का डर साफ-साफ देखा जा सकता है. यह तीनों शायद अब जान चुके हैं कि जो पाप इन्होंने किया था उसकी सजा शायद फांसी से कम कुछ भी नहीं हो सकती थी.