9) और फिर अष्टमी के दिन सुबह कन्या-पूजन भी तो नवरात्री की खुशियों का हिस्सा है, और नवरात्री के नौ दिनों का सही और समूर्ण अर्थपूर्ण समापन| सिर्फ़ दिखाने के लिए नहीं, सच में कन्या को देवी का रूप समझिए और समाज में उनकी इज़्ज़त बढाइये!
तो ख़ूब मज़े करो, ख़ूब ख़ुशियाँ मनाओ!
यंगीस्थान टीम की ओर से नवरात्री के त्यौहार की आप सभी को ढेरों शुभकामनायें!