अगर आपके वाट्सएप या फेसबुक पर सुरक्षाबलों के गुप्त अभियानों से संबंधित वीडियों या फोटो कहीं से आए तो आप उसको भूलकर भी शेयर मत करना, क्योंकि सरकार ने इसको लेकर कुछ सख्त नियम बनाएं हैं.
सरकार ने इसकी शुरूआत सुरक्षा बलों से की है लेकिन जानकारों का मानना है कि आम लोग के पास भी यदि कहीं से सुरक्षाबलों के गुप्त अभियानों से संबंधित वीडियों या फोटो आते हैं और वे उसको शेयर करते हैं तो वे भी कानून की जद मे आ सकते हैं.
तो इसलिए जब कभी आपके पास सुरक्षाबलों के गुप्त अभियानों से संबंधित वीडियों या फोटो आए तो उसको शेयर करने से पहले जांच ले कि उसमें सुरक्षा बलों से संबंधित कोई गोपनीय या संवेदशील जानकारी नहीं है, क्योंकि अक्सर देखा गया है कि कई मौको पर सुरक्षा बलों के परिवारों से जुड़े लोग या उनके मित्र जोश जोश में अपने सैनिक साथियों या रिश्तेदार ऐसे वीडियों फेसबुक या सोशल नेटवर्किंग साइट पर शेयर कर देते हैं जिसमें कई गोपनीय जानकारियां होती हैं
दरअसल, सरकार के संज्ञान में आया है कि इन दिनों सुरक्षाबलों में स्मार्टफोन को लेकर बढ़ती लोकप्रियता के कारण उनमें गुप्त अभियानों और कई मौको पर मुठभेड़ों को शूट करने की प्रवृति में तेजी से इजाफा हुआ है. ये चीजे सुरक्षा के लिहाज से वेहद संवेदनशील है. इसको देखते हुए गृह मंत्रालय ने सुरक्षा के प्रति होनेवाले खतरे को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं. गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ये दिशा निर्देश केन्द्रीय सैन्य पुलिस बल जैसे- एसएसबी, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ और एनएसजी के लिए हैं.
इसके खासकर उन वाकयों के बारे में कहा गया है जब सुरक्षाबल मुठभेड़ और ऑपरेशन खत्म होने के बाद अपने व्यक्तिगत मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर फोटो खींचते हैं और उसे बाद में वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे- ट्वीटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम और अन्य जगहों पर अपलोड कर देते हैं.
गौरतलब है कि कई मौको पर इन वीडियो को लेकर सरकार और सुरक्षा बलों की आलोचना भी हुई है, जिसके बाद अब गृह मंत्रालय ने इसको लेकर सख्त हिदायत के साथ आदेश दिया है कि सुरक्षाबलों को अपने व्यक्तिगत मोबाइल फोन और कैमरों का ऑपरेशन कवरेज में इस्तेमाल करने की मनाही है.
साथ ही उसे बिना किसी आधिकारिक अनुमति के सोशल मीडिया पर अपलोड करना भी अनुशासन के दायरे में आएगा.
इसलिए ध्यान रहे आप सुरक्षा बल का हिस्सा हो या आपके नाते रिस्तेदार या मित्र कोई भी सुरक्षाबलों के गुप्त अभियानों से संबंधित वीडियों या फोटो डालने से पहले उसकी जांच करलें. अथवा सुरक्षा बल में तैनात मित्र से पूछ लें कि वे उसके अभियान या ऑन ड्यूटी ली गई तसवीर या वीडियों शेयर कर सकते हैं या नहीं.
नहीं तो कहीं ऐसा न हो आपके सैनिक दोस्त के साथ आप भी मुश्किल में पड़ जाए.