घर से गंदगी को बाहर निकाल कर उसे साफ-सुथरा बनाने में झाड़ू का उपयोग किया जाता है.
पुरानी मान्यताओं के अनुसार झाड़ू को देवी लक्ष्मी का रुप माना जाता है, जो घर की गंदगी और धूल-मिट्टी में निवास करनेवाली दरिद्रता को रोज़ हमारे घर से बाहर करती है और हमारे घर में संपन्नता लाती है.
हमारे पौराणिक ग्रंथों में भी झाड़ू को लेकर कई तरह के शकुन-अपशकुन, मान्यताओं और परंपराओं का ज़िक्र किया गया है.
अक्सर घर के बड़े बुजुर्गों को भी यह कहते सुना गया है कि झाड़ू का कभी अनादर नहीं करना चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है.
हम कई बार उनकी बातों को सुनकर भी अनसुनी कर देते हैं, लेकिन हम यह नहीं जान पाते हैं कि यही बातें हमारे जीवन में सुख-समृद्धि, धन-दौलत और दुर्भाग्य को दूर कर सौभाग्य का रास्ता बताती है.
ये है झाड़ू के कुछ खास नियम !
– मान्यताओं के अनुसार शाम ढ़लने से पहले घर में झाड़ू लगा लेना चाहिए. अंधेरा होने के बाद झाड़ू लगाना अशुभ होता है.
– घर में कभी भी झाड़ू को उल्टा नहीं रखना चाहिए इससे न सिर्फ झाड़ू का अपमान होता है बल्कि झाडू को उल्टा रखना अपशकुन भी माना जाता है.
– परिवार के किसी सदस्य के बाहर जाते ही तुरंत झाड़ू लगाना अशुभ होता है. इसलिए उनके जाने के बाद 1 या 2 घंटे बाद झाड़ू-पोंछा करना चाहिए.
– घर-परिवार के सदस्य अगर किसी खास काम से घर से बाहर निकले हो तो उनके जाने के तुरंत बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए. यह बहुत बड़ा अपशकुन माना जाता है. ऐसा करने से बाहर गए घर के सदस्य को अपने काम में असफलता का मुंह देखना पड़ सकता है.
– झाड़ू को कभी भी घर से बाहर या छत पर नहीं रखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में चोरी की वारदात होने का डर पैदा होता है।
– झाड़ू को हमेशा ऐसी जगह पर छुपाकर रखना चाहिए जहां से झाड़ू घर या बाहर के किसी भी सदस्य को दिखाई न दे.
– गौ माता या दूसरे किसी भी जानवर को झाड़ू से मारकर कभी नहीं भगाना चाहिए. इससे झाड़ू का अपमान होता है. जानवरों को झाड़ू से मारना अशुभ होता है.
– घर में हमेशा खुशहाली बनीं रहे इसके लिए हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि हम गलती से भी कभी झाड़ू को पैर नहीं लगाए, अगर ऐसा होता है तो मां लक्ष्मी रूठ कर हमारे घर से चली जाती है.
– झाड़ू वैसे तो एक सामान्य सी चीज़ है लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
प्राचीन मान्यताओं को मानने वाले लोग आज भी झाड़ू पर पैर लगने के बाद उसे प्रणाम करते हैं. इतना ही नहीं दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के साथ झाड़ू की भी पूजा करते हैं.
अगर आप अपने घर में हमेशा सुख-समृद्धि चाहते हैं तो भूलकर भी कभी झाड़ू का अपमान न करें.