हाल में पाकिस्तान में जिस प्रकार एक बाद एक बड़े धमाके हुए और उसके बाद जिस पाकिस्तानी सेना ने एक दिन में विभिन्न स्थानों पर अभियान चलाते हुए 100 से अधिक कथित आतंकी मार दिए है इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
पाकिस्तान में विपक्ष को आशंका है कि कहीं इसके पीछे नवाज सरकार की तो कोई भूमिका नहीं है.
क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इन दिनों भ्रष्टाचार के मामले में कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं.
हो सकता है कि पाक खुफिया एजेंसी ने नवाज शरीफ को बचाने के लिए कोई गेम खेला हो.
आपको बता दें कि पाकिस्तान में इस समय जो हालात है वो वेहद नाजुक हैं. खबर है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पाकिस्तान में अमरजेंसी की घोषणा भी कर सकते हैं.
इस बात की आशंका इसलिए जताई जा रही है क्योंकि पनामा लीक्स में पीएम नवाज का नाम आने के बाद वे सुप्रीम कोर्ट में मुकदमे का सामना कर रहे हैं और वह इस मुकदमे को टालने के लिए पाकिस्तान में अमरजेंसी की घोषणा कर सकते हैं.
इस समय उनके पास वाजिब कारण हैं क्योंकि देश में पिछले पांच दिनों में दस बड़े आतंकवादी हमले हो चुके हैं.
बतातें चलें कि पाकिस्तानी पीएम नवाज के पास यह अधिकार है कि वे देश के आंतरिक हालातों का हवाला देकर पाकिस्तान में अमरजेंसी की कार्रवाई कर सकते हैं, इससे वे पनामा लीक्स के मामले को भी टालने में सफल हो जाएंगे.
पाकिस्तान में कानूनी मामलों के जानकार भी इस बात से इंकार नहीं कर रहे हैं. कानूनविद डॉ शाहिद मसूद ने बताया है कि पीएम नवाज को यह अधिकार है कि वह आंतरिक हालातों के कारण पाकिस्तान में अमरजेंसी लगा सकते हैं.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में एक के बाद एक बम धमाकों को अंजाम दिया गया और उसकी खबर तो दूर भनक तक पाक खुफिया या सुरक्षा एजेंसियों को नहीं लग पाई वह शंका के साथ सवाल भी खड़े करती है. कहीं ये सब नवाज को कानूनी फंदे से बचाने के लिए तो कोई साजिश नहीं रची गई है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में आतंक और सेना की कार्रवाई के नाम जिस प्रकार के हालात पैदा किए जा रहे हैं उस स्थिति में नवाज शरीफ को पाकिस्तान में अमरजेंसी लागू करने से कोई नहीं रोक सकता है.
पाकिस्तान के पूर्व जस्टिस सईद उस्मानी का भी यही कहना है कि अगर पीएम नवाज को देश में इमरजेंसी लगानी हो तो उसके लिए यह समय जो इस समय देश है बिल्कुल सही है. वे देश के आंतरिक या बाहरी हालात खराब होने का हवाला देकर ऐसा कर सकते हैं.
क्योंकि पनामा लीक्स मामले में कानूनी शिकंजे से बचने के लिए नवाज के पास यही एक रास्ता बचता है. नहीं तो उनको जेल जानें से कोई नहीं बचा सकता है.