4- भुवनेश्वरी
यह साधना सभी प्रकार के सुखों में बढ़ोत्तरी करनेवाली है. देवी भुवनेश्वरी की खास बात यह है कि वे बहुत कम समय में प्रसन्न हो जाती हैं. लेकिन अगर एक बार रुठ गई तो उन्हें मनाना काफी मुश्किल होता है. इसलिए देवी मां से कभी झूठे वचन नहीं कहने चाहिए.
मंत्र- ‘ओम् ऐं ह्रीं श्रीं नम:’
इस मंत्र के जाप के लिए स्फटिक की माला का इस्तेमाल करना चाहिए और कम से कम ग्यारह या इक्कीस माला का जाप करना चाहिए.