इस बार माता का त्यौहार नवरात्रा काफी ख़ास है.
पंडित विद्वान बता रहे हैं कि इस नवरात्रे के जो योग बन रहे हैं वह 16 साल बाद बन रहे हैं.
कितने सालों बाद ऐसा हुआ है शारदीय नवरात्रे 9 की जगह 10 दिन के हैं. इस बार खास बात यह है कि नवरात्रे के अगले ही दिन दशहरा पड़ रहा है, जो अपने में विशेष है.
तो आइये माता का त्यौहार नवरात्रा पर्व पर हम आपको माता की पूजा विधि और मुहूर्त के वाकिफ कराते हैं साथ ही जानते हैं कि माता की ख़ास पूजा कैसे करनी है-
कब से हैं माता का त्यौहार नवरात्रा –
सबसे पहले से भक्तों को नवरात्रे की सही तारीख और सही पूजा समय का ज्ञान होना जरुरी है. मुहूर्त पर की गयी पूजा इसलिए जरुरी बताई गयी है क्योकि तब आपके साथ हजारों अन्य लोग भी पूजा कर रहे होते हैं और शास्त्र बताते हैं कि जब हजारों-लाखों भक्तों की आवाज एक साथ प्रभु तक जाती है तो ईश्वर उस आवाज से उठ खड़ा होता है.
तो आपको बता दें कि इस बार के शारदीय नवरात्रे 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले हैं और 10 अक्टूबर को महानवमी है. साथ ही 11 तारीख को माता का विसर्जन कर दिया जायेगा. तो घटस्थापना का जो समय है वह सुबह मात्र एक घंटे का है. सुबह 6 बजकर 32 मिनट से मुहूर्त शुरू होगा और 7 बजकर 39 मिनट पर यह खत्म हो जायेगा. इस समय में भक्तों को घटस्थापना करनी है और जो लोग माता के व्रत रखते हैं उनको भी इसी समय में पूजा करनी होगी.
माता का त्यौहार नवरात्रा में कैसे करें पूजा?
तो माता की पूजा की शुरुआत से पहले कुछ बातें जानना जरुरी हैं. सबसे पहले से भक्त यह जान लें कि माता को पूजा में गलतियाँ पसंद नहीं हैं. साथ ही साथ भक्त पवित्रता के साथ माता की पूजा करें. यदि आप घट स्थापना नहीं कर सकते हैं तो कोई नहीं किन्तु माता के लिए घर में छोटी सी चौकी जरुर लगायें. माता की पूजा में नारियल और चुनरी का भी उपयोग करें. तो इस तरह से आप नवरात्रे में इन चीजों से माता की पूजा अगर करते हैं तो माता की पूजा एक तरह से सफल मानी जाती है.
सुबह नहाकर आप सबसे पहले तुलसी माता को पानी दें और उसके बाद माता के सामने जली कंडी के टुकड़े पर हवन करें. माता की आरती के बाद माता के ध्यान मन्त्रों का जाप जरुर करें. तो इस तरह आसान सी विधि के द्वारा माता का पूजन सफल हो जाता है.
ये है माता का त्यौहार नवरात्रा में सही पूजा – कहते हैं कि माता बहुत दयालु है और अगर कोई भक्त सच्चे दिल से अपने बुरे कर्मों की माफ़ी मांगता है तो माता भक्त की प्रार्थना जरुर सुनती हैं. माता के नवरात्रों पर ख़ास कुछ बातें उम अपने अगले लेखों में लेकर आएंगे.