नवरात्र के संयोग – इस बार 21 सितंबर से शारदीय नवरात्र आरंभ हो रहे हैं और इसका समापन 20 सितंबर को होगा। नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। कई बार नवरात्र के नौ दिनों की एक तिथि घट जाती है और इस तरह एक ही नवरात्र पर दो देवियों की पूजा होती है लेकिन इस बार नवरात्र के शुभ अवसर पर महासंयोग बन रहा है।
इस बार नवरात्र के नौ दिनों में पूरे नौ नवरात्र ही पड़ रहे हैं। गुरुवार से शुरु होने वाले पहले नवरात्र पर मां दुर्गा पालकी में बैठकर धरती पर आएंगीं।
आइए जानते हैं नवरात्र के संयोग – नवरात्र के नौ दिनों में और क्या खास संयोग कल रहे हैं।
नवरात्र के संयोग –
इस बार नवरात्र गुरुवार से शुरु हो रहे हैं और इन दिन घट स्थापना में हस्त नक्षत्र और मां दुर्गा की पूजा का पर्व शुरु होगा।
प्रतिपदा तिथि यानि 21 सितंबर को घट स्थापना होगी और प्रथम नवरात्र पर हस्त नक्षत्र योग भी बन रहा है। इसके बाद दूसरे नवरात्र यानि 22 सितंबर पर रवि योग, तीसरे नवरात्र यानि 23 सितंबर पर भी रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
चौथे नवरात्र पर 24 सितंबर को रवि योग, 25 सितंबर को पंचम नवरात्र पर रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग के साथ छठे और सातवें नवरात्र पर 26 और 27 सितंबर को रवियोग बन रहा है।
आठवें नवरात्र पर 28 सितंबर को दुर्गाष्टमी के दिन महापूजा होगी। अंतिम नवरात्र यानि महानवमी पर 29 सितंबर को भी रवि योग बन रहा है। नवमी तिथि के अगले दिन पूरे भारत में विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा और इस दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है।
ये है नवरात्र के संयोग – नवरात्र के पवित्र पर्व की खास बात यही है कि इस बार नवरात्र पूरे नौ दिनों के पड़ रहे हैं, ना एक दिन ज्यादा और ना ही एक दिन कम। मां दुर्गा को प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त करने का ये बहुत ही बढिया अवसर माना जाता है। इस दौरान देशभर में व्यापक रूप से माता रानी की पूजा- अर्चना की जाती है।