ENG | HINDI

बड़बोले सिद्धू के बिगड़े बोल, फिर की पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की तारीफ

बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू

बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से पाकिस्तान की तराफी की है जिससे यही लग रहा है कि सिद्धू साहब को पाकिस्तान से इश्क हो गया है.

यदि बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान से इतनी ही मोहब्बत है तो उन्हें वहीं शिफ्ट हो जाना चाहिए. ये बात हम नहीं कर रहे, ऐसा शायद आप कहेंगे ये जानने के बाद कि सिद्ध ने कहा गया.

कसौली में चल रहे एक लिटरेचर फेस्टिव के दौरान बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना पाकिस्तान प्रेम दिखाते हुए कहा कि उनकी पाकिस्तान की यात्रा दक्षिण भारत की यात्रा से अच्छी रही.

कांग्रेस नेता बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि “आप पाकिस्तान में कहीं भी यात्रा कर लो, वहां न तो भाषा बदलती है, न ही खाना बदलता और न ही लोग बदलते हैं, जबकि दक्षिण भारत में जाने पर भाषा से लेकर खानपान तक सब कुछ बदल जाता है. आपको दक्षिण भारत में रहने के लिए अंग्रेजी या तेलुगु सीखनी पड़ेगी, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा जरूरी नहीं है.” बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू के इस पाकिस्तान प्रेम को लेकर एक बार फिर से विवाद पैदा होना लाजमी ही है.

इतना ही नहीं बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी कहा कि “जिन्हें मेरे पाकिस्तान जाने और वहां जफ्फी डालने पर एतराज है, वे करते रहें. अगर मौका मिला तो वहां जाकर फिर झप्पी-पप्पी करूंगा. जो उनके इस कदम के खिलाफ हैं, क्या उन्हें एहसास है कि सिखों के लिए वह जगह मक्के जैसी है. वह इस हक को हासिल करने में पूरी ताकत लगा देंगे। पाकिस्तान के पंजाब और भारत के पंजाब में कोई फर्क नहीं है। खान पान, रहन-सहन एक है. मेरी झप्पी कोई राफेल डील नहीं. ये सबके सामने हुआ. करतारपुर साहिब का रास्ता खोलने के लिए अगर वे तैयार हों तो मैं झफ्फी नहीं पप्पी लेने को भी तैयार. मैं ये चाहता हूं कि कोई भी कराची जाकर बिरयानी खाकर वापस आए यही होना चाहिए.

दोनों देशों में दोस्ती होनी चाहिए.

इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में भी शिरकत कर चुके हैं, इतना ही नहीं उन्होंने पाकिस्तानी के आर्मी चीफ जनरल वाजवा को गले भी लगाया था. उनकी इस झप्पी पर बहुत बवाल मचा था.’

बडबोले नवजोत सिंह सिद्धू जिस दोस्ती की बात कर रहे हैं वो सिर्फ एकतरफा नहीं हो सकती और पाकिस्तान जैसे देश से दोस्ती के बारे में सोच कैसे सकते हैं जो हर बार भारत को धोखा देता है. वो हमारे स्वर्ग को नरक बनाते रहें, हमारे जवानों को गोलियों से छलनी करते रहें और हम एसी ऑफिस में बैठकर दोस्ती की बात करें क्या यही है देशभक्ति?