6. 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान को मान्यता दी गयी थी और इस गीत की पूरी अवधि 52 सैकेंड है. इतने समय में इसको खत्म हो जाना चाहिए.
7. स्वर्गीय राजीव दीक्षित के अनुसार राष्ट्रगान को जानबूझकर रवीन्द्रनाथ टेगौर से लिखवाया गया था. इन पर दवाब था कि वह वंदेमातरम् जैसा कुछ लिखें. वंदेमातरम से अंग्रेज काफी जलते थे.