नासा की खोज EPIC 246393474 b ग्रह – वैज्ञानिक हमेशा से ही पृथ्वी से बाहर जीवन तलाशते रहे है लेकिन उन्हें आज तक कोई बड़ी सफ़लता हाथ नहीं लगी है.
बस अब तक कई शोधों से ये संभावनाएं ही लगाई गई है कि पृथ्वी के बाहर भी किसी ग्रह पर जीवन हो सकता है. लेकिन अभी हाल ही में नासा ने एक ऐसे ग्रह की खोज की है जिसका एक साल हमारी पृथ्वी के महज 7 घंटे के बराबर होता है.
जी हाँ इस ग्रह का ऑर्बिट पीरियड सिर्फ 6.7 घंटे के लिए ही होता है. हम सभी जानते है कि पृथ्वी पर एक साल 365 दिनों का होता है इस दौरान कई मौसमों से हमारा सामना होता है. और पृथ्वी पर कई तरह के बदलाव देखने को मिलते है. लेकिन अभी हाल ही में केपलर टेलिस्कोप ने जिस ग्रह की खोज की वहां पर एक साल सिर्फ सात घंटे का ही होता है.
इस ग्रह का नाम EPIC 246393474 b है.
आपको बता दें कि केपलर टेलिस्कोप अपने K2 प्लेनेट हंटिंग मिशन में अब तक करीब 2300 ग्रहो को खोज चूका है. लेकिन अभी हाल ही में खोजे गए EPIC 246393474 b को सबसे ख़ास बताया जा रहा है.
इस EPIC 246393474 b ग्रह के बारे में बताया जा रहा है कि यह पृथ्वी से पांच गुणा ज्यादा बड़ा है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस ग्रह पर आयरन की मात्रा 70 प्रतिशत के आसपास हो सकती है. वहीं इस ग्रह का इक्विलीब्रियम तापमान 2039 K है. शोधकर्ताओं के अनुसार इस ग्रह का पूरा वायुमंडल स्टेलर रेडिएशन की वजह से बर्बाद हो चूका है. लेकिन यह अपने स्टार के काफी करीब होने की वजह से ये ग्रह अभी तक वाष्प में नहीं बदला है.
इस ग्रह EPIC 246393474 b के बारे में फ़िलहाल बहुत कुछ खोजा जाना बाकी है इसलिए ये नहीं कहा जा सकता कि इस ग्रह का एक दिन कितने घंटों का होगा.
इस बात का पता लगाने के लिए पृथ्वी के डे-टू-इयर रेशियो का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे आने वाले दिनों में इस ग्रह के बारे में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है. हालाँकि इस ग्रह पर इंसानो का रहना नामुमकिन है क्योंकि ये ग्रह पृथ्वी से बहुत अलग है और यहाँ का वातावरण बिलकुल भी इंसानों के रहने लायक नहीं है. इसलिए ये सोचना भी मुश्किल है कि भविष्य में इस ग्रह पर इंसान रहे तो ये नामुमकिन ही है.
आपको बता दें कि दुनिया की कई स्पेस एजेंसिया है जो ब्रह्माण्ड में पृथ्वी जैसे दुसरे ग्रह को खोजती रही है लेकिन किसी भी स्पेस एजेंसी को आज तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है. हालाँकि मंगल ग्रह पर जीवन की उम्मीद पर अभी रिसर्च की जारी है तो ये नहीं कह सकते है कि आने वाले समय में मंगल पर लोग रह सकते है या नही. वैसे हमारा ब्रह्माण्ड एक अबूझ पहेली जैसा है, क्योंकि जितना ही इंसान इसके रहस्यों को सुलझाने की कोशिश करता है उतना ही वह उलझता जाता है.
लेकिन ब्रहमांड और पृथ्वी से बाहर किसी दूसरे ग्रह पर जीवन की संभावना होना ये खोजना ही अपने आप में किसी रोमांच से कम नहीं है.