10 – यदि मोदी ने सैनिकों की मौत का बदला नहीं लिया तो न केवल संघ के लोगों का उनसे मोह भंग हो जाएगा बल्कि इससे पार्टी में उनकी लोकप्रियता और पकड़ भी कमजोर पड़ सकती है.
यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर एक ओर जहां अंतराष्ट्रीय दवाब है तो वहीं दूसरी और भारतीय जनता का भी दवाब बढ़ रहा है.जैसे ही शहीदों के शव उनके घर पहुंचेगे तो प्रधानमंत्री मोदी पर दवाब और बढ़ जाएगा.