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इटली रंगा ईरान के रंग में, पर्यटकों को दिखे लकड़ी के डब्बे, नग्न कलाकृतियों के स्थान पर

Venezia tourism guide

इटली का नाम सुनते ही आपके जहन में सबसे पहले क्या आता है?

नहीं नहीं सोनिया गाँधी या राहुल गाँधी की बात नहीं हो रही यहाँ.

वैसे भारत में यदि इटली का नाम लो तो सबसे पहले दिमाग में सोनिया और राहुल गाँधी आते है और उसके बाद नज़र आता है पिज़्ज़ा और पास्ता.

वैसे  इटली सबसे ज्यादा प्रसिद्द है अपनी कला और संस्कृति के लिए. लेओनार्दो डा विन्ची, माइकल एंजिलो और उनके ही जैसे अनेकों कलाकारों की अद्भुत कलाकृतियाँ पूरे इटली में फैली हुई है. इटली ने आज भी अपनी पुरानी सभ्यता को सहेज कर रखा है.

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हर साल लाखों लोग इटली में घुमने के लिए आते है. यहाँ के गिरिजाघर, चौराहे, इमारते, अजायबघर सब के सब भरे है बेहतरीन कलाकृतियों से.

हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति इटली के दौरे पर आये है. इटली अपनी आधुनिकता और प्रगतिशीलता के लिए जाना जाता है. लेकिन लगता है ईरान के राष्ट्रपति की वजह से कुछ दिनों के लिए ही सही पर इटली अपनी ख़ूबसूरती खो बैठा है.

इटली की सरकार पर आज पूरी दुनिया के लोग मजाक बना रहे है. ट्विटर से लेकर फेसबुक या समाचार पत्र और पत्रिकाओं से लेकर टेलीविज़न हर जगह इटली सरकार के एक बेवकूफी भरे फैसले का मजाक उड़ाया जा रहा है.

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मामला ये है कि ईरान के राष्ट्रपति के दौरे की वजह से म्यूजियम और रास्तों, चौराहों पर लगी प्राचीन मूर्तियों को लकड़ी के बक्से से ढक दिया गया है.  इसका कारण बताया जा रहा है कि इटली में अधिकतर मूर्तियाँ नग्न बनायीं गयी है.

पुरुषों और स्त्रियों की नग्न मूर्तियाँ यहाँ की खास पहचान है लेकिन ईरानी राष्ट्रपति असहज ना महसूस करें इसलिए इन सभी कलाकृतियों और मूर्तियों को कपडे या फिर लकड़ी के बक्से से ढक दिया गया है.

विश्वप्रसिद्द कलाकृति डेविड से लेकर प्रसिद्द पेंटिग्स को ढका गया है. जब पर्यटक म्यूजियम में घुमने आये और उन्होंने ये नज़ारा देखा तो उनसब के रोष की सीमा नहीं रही.

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कल से ही ढकी हुई मूर्तियों की तस्वीरें इन्टरनेट पर वायरल हो चुकी है. इरानी राष्ट्रपति का कहना है कि उनकी और से ऐसा कोई आग्रह नहीं किया गया था कि नग्न मूर्तियों को ढका जाए.

वहीँ दूसरी ओर दबे शब्दों में ये भी कहा जा रहा है ईरान एक कट्टरपंथी देश है और इटली की सरकार इस्लामिक कट्टरपंथियों को नाराज़ नहीं करना चाहती.

इतना ही नहीं खाने की टेबल पर भी ईरानी राष्ट्रपति की मौजूदगी में शराब या ऐसा कोई खाना नहीं परोसा जाएगा जो इस्लाम के अनुसार हराम हो.

अब ये ईरानी राष्ट्रपति की मांग थी या इटालियन सरकार का फैसला ये तो पता नहीं लेकिन ये बात तो तय है कि राजनीति के चक्कर में बड़े बड़े देशों को भी बेवकूफी करनी ही पड़ती है.