रहस्यों से भरी इस दुनिया में अनगिनत रहस्य है.
कहीं मंदिर के रहस्य, तो कही नदी, पहाड़, पानी, गुफा, झरनों से जुड़े रहस्य है.
इन रहस्यमय दुनिया में एक झील का रहस्य को आप मान नहीं पायेंगे.
इस झील का रहस्य, जो हैरान करनेवाला है.
तो आइये जानते है इस झील का रहस्य –
यह झील देवभूमि हिमाचल प्रदेश में है, जिसे सरयोल सर सरोवर कहते है. इस जगह पर अनेक प्राचीन रहस्यमय बाते छिपी हुई है.
यह झील समुद्रतल से लगभग 10,000 फुट ऊंचाई पर स्थित है. इसलिए यहाँ सर्दियों में बर्फ पड़ती है. इस जगह की यात्रा चैत नवरात्रों से नवंबर के बीच की जाती है, क्योकि इस समय इस जगह की स्थिति खुशनुमा रहती है.
इस झील में एक बूढ़ी नागिन का आराम स्थान भी है. इसके लिए कहा जाता है कि यह नागिन मक्खन खाकर जिंदा है.
मान्यता के अनुसार झील के अंदर एक महल बना हुआ हैं, जो इस बूढ़ी नागिन का है. यहाँ नगीन के अतिरिक्त अन्य कोई नहीं जा सकता है, क्योकि अगर कोई उस झील में नहाने उतरता है तो उसकी मृत्यु हो जाती है. इसलिए यहाँ लोगो को नहाने से रोका जाता है.
इस झील के चारों तरफ घी की धार निकलने की बात कही गई है. इसलिए इस झील को चारो तरफ से देसी घी की धार अर्पण भी करने की पंरपरा है. यहाँ के निवासी अपनी गाय के घी को बूढी नागिन को दिए बिना इसका सेवन नहीं करते है.
झील के पानी की सफाई यहाँ की एक काले रंग चिड़िया आकर करती है.
एक चिड़िया इस झील को साफ़ रखती है. झील के पानी में किसी भी तरह की गन्दगी तैरती हुई नहीं दिखाई देती क्योकि चिड़िया उसको उठाकर बहार फेक देती है. इस चिड़िया का नाम आबी है और यह इस झील के आसपास ही रहती है.
इस झील में जो पानी है वह समय और पहर के अनुसार अपने रंग में परिवर्तन कारता है.
इस झील का पानी कभी नीला, कभी हरा, तो कभी काले रंग का दिखाई देता है. सामान्य रूप से पारदर्शी रंग में चमकता रहता है.
इस झील के लिए कहा जाता है कि यहाँ बूढ़ी नागिन के लिए रथ आता है. उसके साथ अन्य देवी-देवताओं और भगवान का भी रथ यहां आने कि बात यहाँ के लोग कहते है.
ये था एक झील का रहस्य – देखा आपने – ये सारे रहस्य मानने का मन तो नहीं करता, लेकिन ये सब नज़रों के सामने होता है.
आपका क्या ख्याल है? हमें बताईये –