लखनऊ में मूसा बाग़ नामक जगह पर एक मजार है जिसे कप्तान साब की मज़ार या फिर सिगरेट बाबा की मज़ार भी कहा जाता है. हिन्दू और मुसलमान दोनों ही यहाँ अपने मन की मुराद पूरी होने की आशा लेकर यहाँ आते है.
ये मज़ार एक आज़ादी से पहले के समय के ब्रिटिश कैप्टेन वेल्स की है.