शिनजियांग – अक्सर चीजें जैसी दिखाई देती है वैसी होती नहीं, ओर यही कहानी इन दिनों भारत के पड़ोसी देश चीन की भी है । जो कहने को तो दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में से एक है जिसकी अर्थवस्था काफी तेजी से बढ़ रही है । लेकिन चीन में रह रहे लोगों की जमीनी हकीकत क्या इसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है ।
चीन के पश्चिम में स्थित शिनजियांग राज्य पूरी तरह एक जेल में बदल चुका है जिसकी पुष्टि कई वैश्वकि रिपोर्टस और बीबीसी की रिपोर्टस ने की है । ऐसी हम इसलिए कह रहे है क्योंकि रिपोर्टस के मुताबिक शिनजियांग में 10 लाख मुस्लिम लोगों पर नजर रखी जा रही है साथ ही उन्हें मानसिक और शारीरिक रुप से टॉर्चर किया जाता है उन्हें उनकी संस्कृति के खिलाफ भड़काया जाता है कैमरों के जरिए उन पर निगरानी रखी जाती है ।
शिनजियांग शहर हुई ना एक जेल ।
एक ऐसी जेल जहां पर लोग कहने को तो आजाद नजर आते है लेकिन जिनकी पूरी डोर चीन सरकार के हाथ में है लेकिन इन लोगों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है
दरअसल शिनजिंयाग शहर में वीगर समुदाय के लोग रहते है जो मुस्लिम समुदाय से है । और अपने आपको चीनी सभ्यता के मुकाबले मध्य एशिया की संस्कृति से जोड़ते है वीगर समुदाय की भाषा में तुर्की भाषा का मेल भी नजर आता है । ये चीन के सबसे बड़े प्रांतो में से एक है जहां पर पहले केवल वीगर समुदाय ही रहता था ।लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां पर हान चीनियों की संख्या बड़ी है । जिसके कारण यहां पर मतभेद शुरु हुए है । मानवाधिकार की रिपोर्ट्स के अनुसार शिनजियांग में रहने वाला पूरा वीगर समुदाय इस समय नजरंबद है । यहां पर जबरन तरीके से वीगर समुदाय के 10 लाख लोगों को कैपों में हिरासत में रखकर उन्हें चीनी भाषा सिखाई जा रही है साथ ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के प्रति ईमानदार रहने के लिए कसम खिलाई जाती है । इसके अलावा वीगर समुदाय को उनके धर्म की अलोचना करने को कहा जाता है । वहीं बीबीसी की रिपोर्टस के अनुसार शिनजियांग में कैदी बने कई लोगों ने दावा किया कि उनके साथ मुजरिमों से भी बदतर व्यवहार किया जाता था । उन्हें टॉर्चर किया जाता था । शरीर में सुईयां चुभोई जाती थी । रात भर लोग चीखते चिल्लाते रहते थे।
हालाकिं चीन ने स्पष्ट रुप से इन बातों को मानने से इंकार किया है लेकिन चीन ने शिनजिंयाग को लेकर ये जरुर कहा है कि वहां पर तनाव की स्थिति है क्योंकि चीन की सरकार का मानना है कि वहां रहने वाले वीगर समुदाय के लोग इस्लामिक स्टेट का साथ दे रहे है जिसके कारण यहां पर साल 2009 , 2013 और 2017 में कई हिंसक घटनाएँ हुई जिनके लिए यहां के अलगावादी जिम्मेदार है ।
लेकिन यहां पर सोचने वाली बात ये है कि अगर मानवाधिकार की रिपोर्टस सही है तो इस्लामिक स्टेट के खतरे को चीन में न पनपने देने के लिए जो शिनजियांग में कदम उठा रहा है उसे सही नहीं ठहराया जा सकता । क्योंकि इसे वीगर समुदाय की स्वतंत्रता का हनन तो ही रहा है साथ ही उनके मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना भी दी जा रही है ।