70 के दशक के हैंडसम हंक अभिनेता फिरोज़ खान आज भले ही हमारे साथ इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन एक समय ऐसा था जब लड़किया उनके अंदाज़ और डायलॉग पर फिदा थीं. उनका बेबाकी भरा यही अंदाज़ आज तक सब को याद है.
अभिनेता फिरोज़ खान को लोगों ने हीरो के रूप में तो पसंद किया ही साथ ही विलेन के किरदार में भी वो बहुत हिट हुए थे.
अफगानिस्तान से विस्थापित होकर आए एक पठान परिवार में 25 सितम्बर, 1939 को उनका जन्म हुआ था. उनकी मां ईरानी थी. फिरोज की बेबाकी की वजह से जनरल परवेज मुशर्रफ ने उनके पाकिस्तान जाने पर रोक लगा दी थी.
आइए आज हम आपको इस किस्से के बारे में बताते हैं –
यह बात साल 2006 की है जब अभिनेता फिरोज़ खान अपने भाई अकबर खान की फिल्म ताजमहल को रिलीज़ करने लाहौर गए थे। तब उन्होने वहां हिंदुस्तान और पाकिस्तान के मुसलमानों की स्थिति को लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद मुशर्रफ ने उनका पाकिस्तान में आने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
एक कार्यक्रम में उनसे हिंदुस्तान में मुसलमानों की खराब हालत को लेकर सवाल किया गया था. जिसके जवाब में फिरोज़ खान ने कहा, “भारत धर्म निरपेक्ष देश है. हमारे यहां मुसलमान प्रगति कर रहे हैं. हमारे राष्ट्रपति मुसलमान हैं, प्रधानमंत्री सिख हैं. पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर बना था, लेकिन देखिए यहां उनकी कैसी हालत है. एक-दूसरे को मार रहे हैं.”
उन्होने कहा था –‘यहां मैं खुद से नहीं आया हूं. मुझे यहां आने के लिए निमंत्रण दिया गया था. हमारी (भारतीय) फिल्में इतनी प्रभावशाली होती हैं कि आपकी सरकार उसे ज्यादा समय के लिए रोक नहीं सकती’. उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान में काफी बवाल मचा था.
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