मुंबई के गणपति पंडाल – महाराष्ट्र में हर तरफ गणेशोत्सव की धूम मची हुई है.
गणपति बप्पा मोरया की गूंज से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. सार्वजनिक पंडालों से लेकर लोगों के घरों तक भगवान गणेश का आगमन हो चुका है.
पर्यावरण के मद्देनज़र इस बार प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के बयाज ज्यादातर लोग इको फ्रेंडली गणपति को प्राथमिकता दे रहे हैं.
मुंबई के सार्वजनिक पंडालों को हर बार की तरह इस बार भी अलग-अलग थीम से सजाया गया है. किसी पंडाल में इतिहास की झलक देखने को मिलती है तो कहीं भव्य महल की झांकी बनाई गई है.
आइए हम आपको बताते हैं मुंबई के गणपति पंडाल जिनसे रूबरू होकर यकीनन आप इन पंडालों में पहुंचकर बप्पा के दर्शन ज़रूर करना चाहेंगे.
1 – मुंबई के गणपति पंडाल – लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल, लालबाग
लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने 83वें साल में कदम रखा है. इस पंडाल के बारे में कहा जाता है कि आज से 82 साल पहले यहां रहनेवाले मछुआरों और दुकानदारों ने अपने निवास को स्थायी रुप से स्थापित करने के लिए भगवान गणेश से मन्नत मांगी थी.
गणपति बप्पा ने यहां के लोगों की मन्नत पूरी की जिसके बाद से लेकर आज तक यहां गणेशोत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
लालबाग के राजा को मन्नतों का राज कहा जाता है इसलिए हर साल अपनी मन्नतों को लेकर लाखों की तादात में भक्त यहां दर्शन करने के लिए आते हैं.
इस साल यहां के पंडाल को एक भव्य महल की तरह सजाया गया है. जिसमें बप्पा की करीब 12 फीट की प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी प्रतिमा को स्थापित किया गया है. सुरक्षा के लिहाज से यहां करीब 150 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
लालबाग मार्केट में स्थित इस भव्य पंडाल में पहुंचने के लिए सबसे करीबी रेल्वे स्टेशन है वेस्टर्न लाइन का लोअर परेल, हार्बर लाइन का कॉटन ग्रीन और सेंट्रल लाइन का करी रोड़ स्टेशन.
बप्पा के इस दरबार में भक्त दिन में किसी भी वक्त आकर बप्पा के दर्शन पा सकते हैं.
2 – मुंबई के गणपति पंडाल – लालबाग सार्वजिनक उत्सव मंडल, गणेश गल्ली, लालबाग
गणेश गल्ली के इस सार्वजनिक पंडाल को यहां के सबसे पुराने पंडालों में से एक माना जाता है. इस साल यहां प्लास्टर ऑफ पेरिस से बने करीब 22 फीट के गणपति बप्पा विराजमान हैं. बप्पा की भव्य प्रतिमा को करीब 5 किलो के वजनवाले सोने का हार पहनाया गया है. हाथ और पैरों को तीन किलो सोने से सजाया गया है.
इस बार पंडाल को भक्तों के लिए उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर की तर्ज पर सजाया गया है. बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु को समर्पित है. इस पंडाल में गणेशोत्सव का यह 89वां साल है.
यहां पहुंचने के लिए सबसे करीबी रेल्वे स्टेशन है वेस्टर्न लाइन का लोअर परेल, हार्बर लाइन का कॉटन ग्रीन और सेंट्रल लाइन का करी रोड़ स्टेशन.
गणेश गल्ली में विराजमान बप्पा के दर्शन के लिए आप www.ganeshgalli.com नाम के वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट भी खरीद सकते हैं इसके साथ ही बप्पा का यह दरबार दिनभर भक्तों के लिए खुला रहता है.
3 – मुंबई के गणपति पंडाल – केशवजी नाईक चाल सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल, गिरगांव
मुंबई के सबसे पुराने पंडालों में शुमार इस पंडाल की स्थापना सन 1893 में की गई थी. इस पंडाल की खासियत यह है कि पिछले 123 सालों से यहां पारंपरिक तरीके से ही गणेशोत्सव मनाया जाता है.
केशवजी नाईक चाल के इस पंडाल में इको फ्रेंडली गणपति बप्पा को स्थापित किया गया है.
यहां पहुंचने के लिए सबसे करीबी स्टेशन है वेस्टर्न लाइन का चर्नी रोड़ स्टेशन. यहां आनेवाले भक्तों के लिए बप्पा का यह दरबार दिनभर के लिए खुला रहता है.
4 – मुंबई के गणपति पंडाल – फोर्ट विभाग सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल, सर्कल
फोर्टचा इच्छापूर्ति सार्वजनिक मंडल में हर साल गणेशोत्सव के माध्यम से लोगों को एक साथ लाने का काम यहां के व्यवसायी और गणेश भक्त रवि सुर्वे करते हैं.
यहां पिछले 61 सालों से गणेशोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस साल पंडाल में 40 फुट ऊंचा गेट बनाया गया है. हाथी के प्रतिरुप में बनाए गए इस गेट पर करीब 46 छोटे-छोटे हाथियों को दर्शाया गया है. देखने में इस पंडाल की झांकी राजस्थानी महल की तरह दिखती है.
सीएसटी के करीब मौजूद इस पंडाल तक पहुंचने के लिए सबसे करीबी रेल्वे स्टेशन है वेस्टर्न लाइन का चर्चगेट और सेंट्रल लाइन का सीएसटी स्टेशन. यहां भक्त दिन में किसी भी वक्त आकर बप्पा के दर्शन का लाभ उठा सकते हैं.
5 – मुंबई के गणपति पंडाल – गौड़ सारस्वत ब्राह्मण (जीएसबी) सेवा मंडल, किंग्स सर्कल
जीएसबी गणेश मंडल मुंबई के सबसे अमीर पंडालों में से एक है. यहां मिट्टी से निर्मित करीब 14 फुट के गणपति बप्पा 48 सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में विराजमान हैं. माटुंगा पुलिस की नज़र हमेशा इन कैमरों पर बनी रहेगी.
इस पंडाल ने महाराष्ट्र के सूखा पीड़ित किसानों को ध्यान में रखते हुए अपने फिजूल खर्चों में कटौती की है. बताया जा रहा है कि सोने और चांदी के रुप में आनेवाले चढ़ावे से किसानों को मदद की जाएगी.
यहां पिछले 62 सालों से गणेशोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस साल एक भक्त ने करीब 17 किलो चांदी के एक पत्थर का चढ़ावा चढ़ाया है.
जीएसबी स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड के इस पंडाल में विराजमान बप्पा के दर्शन के लिए हार्बर लाइन के किंग्स सर्कल और सेंट्रल, वेस्टर्न लाइन के माटुंगा रेल्वे स्टेशन से आ सकते हैं.
सुबह 6 बजे से रात के 11 बजे तक बप्पा का यह दरबार भक्तों के लिए खुला रहेगा.
6 – मुंबई के गणपति पंडाल – आज़ाद नगर सार्वजनिक उत्सव समिति, अंधेरी
लालबाग के राजा की तरह ही अंधेरीचा राजा को भी मन्नतों का राजा कहा जाता है. इस पंडाल में हर साल अलग-अलग झांकियां देखने को मिलती है.
अंधेरीचा राजा ने 51वें साल में कदम रखा है और इस बार पंडाल में कोंकण के कुंकेश्वर मंदिर की झांकी बनाई गई है.
वीरा देसाई रोड़ पर स्थित इस पंडाल में बप्पा के दर्शन के लिए सबसे करीबी स्टेशन है वेस्टर्न लाइन का अंधेरी स्टेशन. भक्तों के लिए बप्पा का ये दरबार सुबह 5 बजे से शाम के 4 बजे तक खुला रहेगा.
7 – मुंबई के गणपति पंडाल – चिंचपोकली सार्वजनिक उत्सव मंडल, चिंचपोकली
यहां विराजमान गणपति बप्पा को चिंचपोकलीचा चिंतामणि भी कहा जाता है. इस पंडाल को मुंबई के सबसे पुराने पंडालों में से एक माना जाता है. इस साल इस मंडल ने 97 साल पूरे कर लिए हैं.
इस साल इस पंडाल में भक्तों को बप्पा के दर्शन के साथ ही पूरे ब्रह्मांड के भी दर्शन मिल जाएंगे. ब्रह्मांड की झांकी में बप्पा की 16 फीट की प्रतिमा स्थापित की गई है. मोर पर विराजमान बप्पा को करीब पांच किलो सोने से सजाया गया है.
बताया जा रहा है कि चढ़ावे में आनेवाली रकम को मेडिकल सेंटर में दान किया जाएगा. यहां भक्त सुबह के 10 बजे से शाम के 5 बजे तक बप्पा के दर्शन का लाभ ले सकते हैं. चिंचपोकली स्टेशन पर उतरकर भक्त इस पंडाल तक पहुंच सकते हैं.
8 – मुंबई के गणपति पंडाल – गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सार्वजनिक गणेशोत्सव समिति, वडाला
इस गणेश पंडाल को मुंबई के सबसे अमीर पंडालों में से एक माना जाता है. पिछले 62 सालों से गणेशोत्सव मनानेवाले इस पंडाल में अबकी बार तिरुपति बालाजी मंदिर की झांकी बनाई गई है. छत को कमल के फूलों की तरह सजाया गया है.
इस पंडाल में विराजमान गणपति बप्पा की प्रतिमा 14 फीट ऊंची बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि एक भक्त ने 10 लाख का हार भेंट किया है जिसे प्रतिमा को पहनाया गया है.
वडाला के कत्रक रोड़ पर स्थिस द्वारकानाथ भवन के इस पंडाल में पहुंचने के लिए हार्बर लाइन का वडाला स्टेशन सबसे करीब है.
9 – मुंबई के गणपति पंडाल – श्री सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल, कस्तुर पार्क, बोरीवली
इस मंडल में करीब 120 को ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी के लोग शामिल हैं. इस पंडाल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां हर साल 8 फूट की प्रतिमा को लाया जाता है.
इस साल इस पंडाल में उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की झांकी बनाई गई है जो भगवान शिव को समर्पित है. यह पंडाल 38 वां गणेशोत्सव मना रहा है इस बार यहां इको फ्रेंडली गणपति विराजमान हैं.
कस्तुर पार्क के इस पंडाल में बप्पा के दर्शन करने के लिए सबसे करीबी स्टेशन बोरीवली है. यहां भक्त बप्पा के दर्शन शाम के 7 बजे से कर सकते हैं.
10 – मुंबई के गणपति पंडाल – श्री गणेश उत्सव मंडल, वडालाचा राजा, वडाला
इस गणेश मंडल को पारंपरिक मंडल के तौर पर जाना जाता है. पिछले 23 सालों से यहां गणेशोत्सव बेहद पारंपरिक अंदाज़ में मनाया जाता है.
वडालाचा राजा पंडाल की खासियत है कि यहां के बप्पा इंटरटेनमेंट और ग्लैमर से दूरी बनाकर रखते हैं यहां तक की विज्ञापन भी नहीं किया जाता है.
इस बार बप्पा की करीब 11 फीट की प्रतिमा को स्थापित किया गया है और वडाला में करीब 15 किलोमीटर तक की सड़क को सीसीटीव कैमरे की निगरानी रखा जाएगा.
यहां भक्तों द्वारा दान में आनेवाली राशि से विकलांग बच्चों के लिए पिकनिक का आयोजन किया जाएगा. यहां पहुंचने के लिए सबसे करीबी स्टेशन वडाला है और भक्त दिन में किसी भी वक्त आकर बप्पा के दर्शन कर सकते हैं.
ये हैं मुंबई के गणपति पंडाल, जो अपनी अलग-अलग खासियतों की वजह से काफी मशहूर हैं. भक्तों की इनपर आस्था भी इतनी गहरी है कि हर साल इन पंडालों में भक्तों का जन-सैलाब उमड़ता है.
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