7 – मुंबई के गणपति पंडाल – चिंचपोकली सार्वजनिक उत्सव मंडल, चिंचपोकली
यहां विराजमान गणपति बप्पा को चिंचपोकलीचा चिंतामणि भी कहा जाता है. इस पंडाल को मुंबई के सबसे पुराने पंडालों में से एक माना जाता है. इस साल इस मंडल ने 97 साल पूरे कर लिए हैं.
इस साल इस पंडाल में भक्तों को बप्पा के दर्शन के साथ ही पूरे ब्रह्मांड के भी दर्शन मिल जाएंगे. ब्रह्मांड की झांकी में बप्पा की 16 फीट की प्रतिमा स्थापित की गई है. मोर पर विराजमान बप्पा को करीब पांच किलो सोने से सजाया गया है.
बताया जा रहा है कि चढ़ावे में आनेवाली रकम को मेडिकल सेंटर में दान किया जाएगा. यहां भक्त सुबह के 10 बजे से शाम के 5 बजे तक बप्पा के दर्शन का लाभ ले सकते हैं. चिंचपोकली स्टेशन पर उतरकर भक्त इस पंडाल तक पहुंच सकते हैं.