टीम इंडिया के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बहुत सारे नाम हैं, कैप्टन कूल, अनोखी सोच वाले व्यक्ति, यूथ आईकॉन आदि।
धोनी मैदान में अपनी हरकतों से इन सभी बातों को साबित भी करते हैं।
वह मैच के समय इतने अनोखे प्रयोग करते हैं जिसका अनुमान लगाना बड़े-बड़े क्रिकेट पंडितों के लिए भी चुनौती बन जाता है। अत्यधिक दबाव वाली परिस्थितियों में भी वो शांत रहकर टीम को फायदा पहुंचाते है जिससे उन्हें शांत सोच वाला व्यक्ति यानी कैप्टन कूल कहा जाता है।
कपड़े और स्टाइल धोनी की नैसर्गिक अदा है जिसके लोग दीवाने हैं, इसलिए उन्हें यूथ आईकॉन माना जाता है।
धोनी जितने बेहतर कप्तान हैं उससे कहीं बेहतर वे एक अच्छे व्यक्ति भी है। धोनी को प्रैक्टिकल सोच के कारण भले ही भारत के भावनात्मक लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा हो, लेकिन क्रिकेट जगत की मशहूर हस्तियां रांची के इस जाबांज खिलाड़ी की कायल हैं। कई क्रिकेटर तो धोनी की तारीफ करते थकते नहीं है। क्रिकेट की कोई भी पीढ़ी हो चाहे पूर्व क्रिकेटरों की या फिर युवा फौज की, माही की दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोलती है। धोनी का कूल एटीट्यूड क्रिकेटरों में जान भरने जैसा है।
विश्व के सफलतम कप्तानों में शुमार धोनी ने मैदान में बहुत सारी ऐसी हरकते की है जो लोगों को हंसा-हंसाकर लोट-पोट कर देती हैं।
आइए आज महेंद्र सिंह धोनी सीरियस छवि को छोड़कर कुछ मजाकिया हरकतों पर नजर डालते है ताकि आप भी पढ़कर तरोताजा महसूस करें।
विराट की हेयरस्टाइल की उड़ा दी खिल्ली
महेंद्र सिंह धोनी ने विराट कोहली की स्टाइल उतारकर उनकी खिल्ली उड़ा दी। दरअसल, 2009 में यह मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला जा रहा था। सुरेश रैना और विराट कोहली भारतीय टीम को मैच जिताकर पैवेलियन की तरफ लौट रहे थे। विराट सभी खिलाडि़यों से हाथ मिलाकर अपना हेयरस्टाइल ठीक करते हुए धोनी के पास पहुंचे। धोनी ने विराट के जैसे ही अपने बाल ठीक करना शुरू कर दिए। धोनी के पीछे आ रहे सुदीप त्यागी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। यह देख कोहली भी जोर से ठहाका लगा बैठे। कमेंटेटरों ने कहा कि जरूर ड्रेसिंग रूम में हेयरस्टाइल को लेकर कुछ बात हुई होगी तभी धोनी ने कोहली के साथ यह मजाक किया। इसका वीडियो खूब हिट भी हुआ।
मनोज तिवारी को कर दिया हिट
2011 में विश्व कप से पहले श्रीलंका के खिलाफ भारत ने पांच मैचों की वन-डे सीरीज खेली। बंगाल के क्रिकेटर मनोज तिवारी तब इतने मशहूर नहीं थे। वन-डे मैच के दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने फील्डिंग के समय मनोज तिवारी जैसी चाल चली। वे अपने दोनों हाथ कमर के ऊपर रखकर तथा पैर आड़े रखकर तिवारी को बधाई देने पहुंचे। मैदान में मौजूद दर्शक धोनी की इस हरकत को देखकर हंस-हंसकर लोट-पोट हो गए। खुद मनोज तिवारी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए और धोनी के साथ जोर-जोर से ठहाका लगाने लगे।
इरफान की चाल माशाअल्लाह…
जब धोनी टीम इंडिया में आए तब उनके इरफान पठान उनके सबसे अच्छे दोस्तों में से एक थे। इसके बाद धोनी तो अपने शानदार खेल की बदौलत आगे बढ़ गए, लेकिन इरफान टीम से अंदर बाहर होते रहे। 2011 में श्रीलंका के खिलाफ धोनी का बीच मैच में एक वीडियो दिखाया गया, जिसमें वो अभ्यास सत्र के दौरान इरफान पठान की चाल की नकल कर रहे थे। डंकन फ्लेचर की मौजूदगी में धोनी ने इरफान पठान के बॉलिंग रनअप पर जाने के स्टाइल की नकल की। जब यह वीडियो दिखाया गया तो धोनी ने जरा सा मुस्कुराकर दर्शकों में उत्साह पैदा कर दिया। इसके बाद आप समझ ही सकते है कि अगर धोनी हंसे तो दर्शकों और कमेंटेटरों का क्या हाल हुआ होगा।
प्रज्ञान ओझा पर धोनी की आर्मर
सचिन की विदाई सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में प्रज्ञान ओझा ने वेस्टइंडजी के विस्फोटक ओपनर क्रिस गेल को स्टंपिंग आउट करा दिया। वह विकेट का जश्न मनाने के लिए धोनी के पास दौड़कर गए। ओझा ने जिस तरह अपना मुंह बनाया था, धोनी ने उसकी नकल बिलकुल हूबहू की और पूरी टीम के चेहरे पर मुस्कान ला दी। इस टेस्ट में भारत अच्छी स्थिति में था और आगे चलकर वह टेस्ट मैच भी जीता। धोनी के इस वीडियो को खेल चैनल ने करीब 12 बार रीपिट किया जिसकी वजह से प्रज्ञान ओझा के पास सिवाएं हंसने के कोई और चारा नहीं बचा।
मुस्ताफिजुर अब सामने मत आना
2015 में विश्व कप के बाद भारतीय टीम बांग्लादेश दौरा करने गई। तीन मैचों की वन-डे सीरीज के पहले मुकाबले में धोनी का एकदम जुदा रूप देखने को मिला। उन्होंने बांग्लादेश के नए तूफान तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान को बीच पिच पर धक्का देकर गिरा दिया। यह वीडियो तो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया। दरअसल, धोनी एक रन के लिए दौड़ रहे थे, लेकिन रहमान उनके बीच में आ गए। आमतौर पर बल्लेबाज ऐसे में किनारे हटकर रन पूरा करता है। मगर धोनी को समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। जी हां, धोनी ने मुस्ताफिजुर को जोर का धक्का मारा और अपना रन पूरा किया। रहमान पिच पर गिर गए। बाद में धोनी ने इसे मजाकिया घटना करार दिया।
युवराज सिंह के साथ कई यादें
महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह बहुत अच्छे दोस्त रहे है और इनके बीच कई मस्ती-मजाक हुए। जब युवी का बर्थ-डे था तो धोनी ही वो शख्य थे जो ड्रेसिंग रूम में उनके चेहरे पर केक लगाकर भाग गए थे। इसके बाद टीम इंडिया ने केक और पानी की होली खेली थी। इसके अलावा धोनी एक बार युवराज सिंह की टॉवेल लेकर दौड़ पड़े थे। तब धोनी टीम इंडिया के युवा चेहरे थे और युवी के साथ उनकी दोस्ती व मस्ती परवान पर थी। एक बार तो धोनी युवराज सिंह के बम के ऊपर भी बैठ गए थे। यह फोटो उस समय वायरल हो गया।
दादा को कप्तानी विदाई
2008 नागपुर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी ने जीत के बिलकुल करीब पहुंचकर दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली को कप्तानी संभालने के लिए कहा। सौरव गांगुली भारत के सफलतम कप्तानों में से एक हैं। यह उनके करियर का आखिरी टेस्ट मैच था। ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान धोनी गांगुली को साइड में ले गए और उनसे कप्तानी करने की गुजारिश की। पहले तो गांगुली जोर से ठहाका लगाकर हंसे, लेकिन फिर उन्होंने धोनी की बात मानी और आखिरी विकेट हासिल करने के लिए अपनी तरीके से फील्डिंग सजाई। इस दृश्य को देखकर प्रिंस ऑफ कोलकाता गांगुली के सभी प्रशंसक बहुत खुश हो गए। क्रिकेट प्रंशसकों के चेहरे पर धोनी हंसी लाने में कामयाब रहे। उन्होंने एक आखिरी बार दादा के प्रशंसकों को उनकी कप्तानी के रूप में विदा होने का मौका जो दे दिया।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मौजूदा सीरीज में धोनी ने स्टेन गन के नाम से मशहूर डेल स्टेन को भी धक्का मार दिया।
हालांकि उन्होंने अपनी इस हरकत के लिए उसी समय स्टेन के साथ समझौता कर लिया। यह वाकया राजकोट में खेले गए तीसरे वन-डे का है। महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करते समय एक रन लेने के लिए दौड़ पड़े, बीच में स्टेन आ गए। दौड़ते समय धोनी की नजर पीछे गेंद पर टिकी हुई थी, बीच में स्टेन आ गए तो वो दोनों टकरा गए।
धोनी ने हाथ मिलाकर स्टेन से इस वाकये को भूल जाने के लिए कहा। इस पर मैदान में मौजूद दर्शक हंस पड़े।
खुद स्टेन भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। बस हमने यहीं सोचा कि आखिर धोनी ने ऐसी कौनसी हरकते की जो क्रिकेट प्रेमियों के चेहरे पर हंसी ले आया।
वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…
संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…
वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…
धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…
साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…
उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…