10 – पिछले 42 सालों में सिर्फ 2015 को छोड़कर कोई ऐसा साल नही गया जब किसी न किसी ने एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी न की हो.2015 में कोई अभियान इसलिए सफल नही हो पाया क्योकिं अप्रैल में नेपाल में 7.8 की तीव्रता का भूकंप आया था.
बहराल, माइनस 80° डिग्री फारेनहाइट तापमान और 321 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने के बावजूद भी एवरेस्ट की चोटी पर जाने वाले लोगों की कोई कमी नहीं हैं यहां जाने क लिए हर साल काफी तादाद में लोग आवेदन करते हैं