ईसाई धर्म – दुनियाभर में कई धर्मों के लोग रहते हैं और कुछ देशों में तो विशेष रूप से एक ही धर्म का वर्चस्व पाया जाता है।
जैसे कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और वहां पर ज्यादातर आबादी मुस्लिम ही है जबकि नेपाल एक हिंदू राष्ट्र है जहां हिंदू धर्म के लोग ही रहते हैं।
आप भी जानते हैं कि हमारे देश में धर्म और जाति का क्या महत्व है। यहां पर किसी का नाम पूछने से पहले उसका धर्म और जाति पूछी जाती है। भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है यहां पर आपको हर धर्म के लोग मिल जाएंगें, किसी कोने में मुस्लिम आबादी ज्यादा है तो किसी में ईसाई तो कहीं हिंदू।
कितने हैं धर्म
धर्मों की बात करें तो विश्व में ईसाई, मुस्लिम धर्म, हिंदू, बौद्ध धर्म आदि हैं।
भारत के अलावा हिंदू धर्म के लोग दुनिया के कई हिस्सों में बसे हुए हैं। ईसाई धर्म के बाद सबसे ज्यादा संख्या मुस्लिमों की है। इस्लाम धर्म दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म भी है। सबसे बड़ी धार्मिक आबादी के मामले में हिंदू धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक समुदाय है। इसके अलावा दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा धर्म चीनी पारंपरिक धर्म है। अफ्रीकी पारंपरिक धर्म दुनिया में सातवें स्थान पर है। सिख समुदाय दुनिया का आठवां सबसे बड़ा धर्म माना गया है।
यहूदी समुदाय भी दुनिया के सबसे बड़े धर्मों में से एक है।
सबसे ज्यादा हैं इस धर्म के लोग
दुनियाभर में अगर लोग सबसे ज्यादा किसी धर्म को मानते हैं तो वो ईसाई धर्म है क्योंकि विदेशों में लोग ईसाई धर्म को ज्यादा मानते हैं और हिंदू धर्म केवल एशियाई देशों तक ही सीमित है।
इस धर्म के लोग करते हैं सबसे ज्यादा सेवा
दुनिया में सबसे बड़े धर्म के मामले में आठवें नंबर पर आता है सिख समुदाय और यही वो धर्म है जिसके अनुयायी इंसानों से लेकर जानवरों तक की खूब सेवा करते हैं। गुरुद्वारे जाएंगें जो सिख समुदाय के सेवक अपने हाथों से आपके जूते उठाकर रखते हैं। अगर आप कभी पंजाब गए हैं या किसी सफर के दौरान यहां से होकर गुज़रे हैं तो आपको समझ आएगा कि सिख समुदाय के लोगों में सेवा भाव कितना ज्यादा है। पंजाब में कड़ी धूप और गर्मी में भी सिख समुदाय के लोग राहगीरों को जल सेवा देते हैं। यहां तक कि आपने भी अपने शहरों में देखा होगा कि गर्मी के मौसम में सिख समुदाय के लोग रूहअफ्जा का पानी पिलाते हैं ताकि लोगों को गर्मी से राहत मिल सके। इसके अलावा कई और भी काम हैं जिनसे पता चलता है कि सिख समुदाय के लोग कितने दयालु और सेवाभाव रखते हैं।
सिख समुदाय के लोग हर इतवार को गुरुद्वारे जाकर सेवा प्रदान करते हैं। गुरुद्वारों में जो लंगर होता है वहां पर सिख धर्म के लोग काम करते हैं वो भी निशुल्क। इन्हें किसी भी तरह की कीमत नहीं दी जाती है और ये जो भी करते हैं सेवा भाव से करते हैं।
दोस्तों, मैंने खुद इस धर्म के लोगों को निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करते हुए देखा है और अगर आपके आसपास भी सिख धर्म के लोग रहते हैं तो आपने भी कभी ना कभी ये बात नोटिस जरूर की होगी।