5) फूलन देवी.
मेरे ख्याल से भारत की सबसे मशहूर डाकू, फूलन देवी को उनके हालातों ने बन्दूक उठाने के लिए मजबूर कर दिया. उनकी ज़िन्दगी में दुखों की कोई कमी नहीं थी. इनके साथ कई बार ऊंची बिरादरी के लोगों ने बलात्कार किया और इन्हें खूब मारा पीटा. यही वजह थी कि सिस्टम के खिलाफ लड़ने के लिए फूलन देवी ने बन्दूक उठाई और एक डकैत बन गईं. एक महिला होने के बावजूद ये अपनी गैंग की सरगना थीं. सन 2001 में एक अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर, फूलन देवी की हत्या कर दी.
ये डाकू, चाहे अच्छे थें या बुरे, सभी का अंत एक जैसा हुआ. क़ानून ने सबको सज़ा दी.
मैं फिर कहता हूँ कि इन्होने हालातों की वजह से डकैती अपनाई थी. अंत में इन्हें डकैत बनने में कोई आनंद नहीं मिला.
तो याद रखिए, क़ानून के खिलाफ जाना कोई अच्छी बात नहीं!