मुंबई की लाइफ लाइन कही जानेवाली लोकल ट्रेनों में सवार होकर रोज़ाना लाखों यात्री अपनी-अपनी मंज़िल तक का सफर तय करते हैं.
रोज़ाना सफर करनेवाले तकरीबन सभी यात्रियों ने बकायदा लोकल ट्रेन के सफर के लिए मासिक पास बनवाए हैं. ताकि रोज़-रोज़ टिकट लेने के झंझट से बचा जा सके.
इंडियन रेलवे ने सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि देश के कई उपनगरीय ट्रेनों में सफर करनेवाले यात्रियों के MST यानि मासिक सीजन टिकट के इस सिलसिले को खत्म करने का फैसला किया है. इसका मतलब है कि अब यात्रियों को मासिक रेलवे पास की सुविधा नहीं मिलेगी.
मासिक रेलवे पास ख़त्म – रेल कार्ड लाने की तैयारी में है रेलवे
रेलवे अब यात्रियों के मासिक रेलवे पास की जगह रेल कार्ड लाने की तैयारी कर रहा है. बताया जा रहा है कि इस कार्ड का उपयोग यात्रा करने के साथ ही खरीददारी के लिए भी किया जा सकता है.
रेलवे की इस योजना के मुताबिक, तीन तरह के गोल्ड, सिल्वर और प्लेटिनम रेल कार्ड होंगे. सिल्वर कार्ड मासिक पास धारकों के लिए होगा. गोल्ड कार्ड छह महीने के लिए पास बनवाने वाले यात्रियों के लिए जारी किया जाएगा. जबकि प्लेटिनम कार्ड को एक साल के पास धारकों के लिए बनाया गया है.
कई बैंकों के साथ बातचीत जारी
बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव के लिए भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और पंजाब नेशनल बैंक समेत 31 बैंकों के साथ बातचीत चल रही है. इन बैंकों के साथ सफल बातचीत हो जाने के बाद इस योजना को अमल में लाया जाएगा.
मुंबई में होगी पायलट प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग
आंकड़ों के मुताबिक देशभर में करीब 1.1 करोड़ यात्री रोज़ाना लोकल ट्रेनों में सफर करते हैं. जिनमें से मायानगरी मुंबई में रोज़ाना करीब 75 लाख लोग उपनगरीय ट्रेन सेवा का इस्तेमाल करते हैं.
फिलहाल रेलवे के इन तीन कार्डों को मुंबई में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लांच किया जाएगा, क्योंकि मुंबई में ही सबसे ज्यादा लोग रोज़ाना मुंबई की लाइफ लाइन कही जानेवाली लोकल ट्रेन से सफर करते हैं.
मुंबई के बाद देश के दूसरे स्थानों पर इसका विस्तार किया जाएगा. कोलकाता और चेन्नई में भी एक जगह से दूसरी जगह पर जाने के लिए यह लोगों की आवाजाही का प्रमुख साधन है.
बहरहाल अब देखना होगा कि रेलवे की ये नई योजना रेलवे यात्रियों के लिए राहत भरी सौगात लेकर आती है या फिर उनके लिए आफत का पैगाम बनकर आती है.