मोदी का पोस्टर – मुंबई में दादर की दीवार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ऐसा पोस्टर लगा है जिसने शिवसेना की राजनीति को भीतर से हिला दिया है।
दरअसल, दादर में शिवसेना भवन के बाहर भाजपा की ओर से एक पोस्टर लगाया गया है।
मोदी का पोस्टर जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाल ठाकरे के हाथों से आशीर्वाद लेते दिखाया गया है। और साथ ही इस पोस्टर में मराठी में लिखा है – ब्लैक मनी खत्म, ये हैं अच्छे दिन।
मोदी का पोस्टर जो ये बताने की कोशिश कर रहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा जो नोट बंदी की है उसको शिव सेना के दिवंगत नेता बाल ठाकरे का भी समर्थन है। और वे स्वर्ग से ही इस नोट बंदी तथा नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन दे रहे हैं।
आज यदि बाल ठाकरे होते तो वह नरेंद्र मोदी की इस नोट बंदी से बहुत खुश होते और उनका समर्थन करते।
बता दें शिवसेना नोट बंदी पर अपना विरोध जता चुकी है।
इतना ही नहीं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के नेतृत्व में नोट बंदी के विरोध में राष्ट्रपति भवन तक विपक्षी दलों ने जो मार्च निकाला था उसमें शिव सेना ने भी भागीदारी की थी।
केंद्र सरकार में शामिल होने के बावजूद नोट बंदी के फैसले पर शिवसेना ने सरकार के खिलाफ जो भूमिका अख्तियार की है, उससे भाजपा खफा है।
हालांकि बाद में नोट बंदी के मुद्दे पर अपने पूर्व के रुख से पलटते हुए शिवसेना सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर निर्णय को एक साहसिक एवं ऐतिहासिक कदम बताते हुए उनकी प्रशंसा की और पूर्ण समर्थन का आश्वासन भी दिया।
वहीं एक ओर जहां भाजपा ने इस मुद्दे पर संसद में बहस का जवाब देने से पहले शिवसेना को साधने के लिए अपने मंत्रियों को मैदान उतार कर उसे शांत करा दिया। तो दूसरी ओर मोदी के को आशीर्वाद देते हुए दिंवगत बाल ठाकरे पोस्टर के जरिए यह भी संदेश देने का प्रयास किया गया है कि बाल ठाकरे अकेले शिव सेना की ही संपत्ति नहीं है बल्कि उनका स्नेह भाजपा को भी बराबर मिलता था।
बाल ठाकरे जब जिंदा थे तो वे नरेंद्र मोदी की कार्यशैली को लेकर उनकी तारीफ करते थे।
और आज जब बाल ठाकरे इस दुनिया में नहीं है तो मोदी उनके बताए मार्ग पर ही चल रहे हैं। यदि शिव सेना नरेंद्र मोदी की नोट बंदी का विरोध कर रही है तो इससे दिवंगत बाल ठाकरे की आत्मा अप्रसन्न होगी।
खबर है कि नोटबंदी पर शिवसेना के कई नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी से जो मुलाकात की थी उसमें प्रधानमंत्री ने शिवसेना नेताओं से कहा था कि मैं जब ऊपर जाऊंगा तो बाला साहेब को बता सकता हूं कि मैंने ये काम किया, तुम लोग क्या जवाब दोगे।
अर्थात इससे शिव सेना के कार्यकर्ताओं में प्रधान मंत्री मोदी को लेकर सकारात्मक संदेश देने की कोशिश भाजपा की ओर की गई है तो वहीं शिव सेना को ये संदेश दिया गया है कि शिव सेना आज जिन लोगों के साथ खड़ी हो रही हैं बाल ठाकरे की पूरी राजनीति उनकी नीतियों के विरोध में ही खड़ी थी।