पीएम मोदी ने 2019 के चुनावों के लिए अभी से कमर कस ली है।
मोदी जी ने 26 मई, 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी और अब इस साल 26 मई से 11 जून तक देशभर में सरकार अपनी उपलब्धियों को जश्न मनाएगी। इसके लगभग एक साल बाद लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव यानि आम चुनाव का समय आ जाएगा।
सरकार के चार साल पूरे होने की वर्षगांठ 2019 के चुनावों की पहली मार्केटिंग स्ट्रैटजी की तरह भी देखी जा सकती है जिससे भाजपा के पूरे इलेक्शन कैंपेन का पता चलेगा। इसी के चलते अमित शाह ने सबके सामने मोदी सरकार की उपलबियों का बखान किया और उन योजनाओं को भी गिनवाया जिसके चलते अमित शाह और पीएम मोदी का बीजेपी के साथ सत्ता में वापिस आना तय है।
तो चलिए जानते हैं उन योजनाओं के बारे में जो मोदी सरकार को 2019 का चुनाव भी जिता सकती हैं।
मिशन इंद्रधनुष
ये योजना उन बच्चों के लिए है जिनको या तो टीके लगे नहीं है या लगे भी हैं तो सिर्फ एक या दो। इस योजना के अंतर्गत सभी बच्चों को सभी सात टीके लगाने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य की मियाद 2020 है। अगर ये योजना पूरी तरह से सफल रही तो बच्चों को कई बीमारियों से बचाया जा सकेगा।
उजाला योजना
इस योजना के तहत देश भर में एलईडी बल्ब के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत कम मूल्य में एलईडी बल्ब बांटे जाते हैं। सरकार का मानना है कि इस योजना की सफलता सरकार के एक-दूसरे लक्ष्य को भी प्राप्त करने में मददगार होगी। वो दूसरा लक्ष्य है हर घर में 24 घंटे बिजली आना।
उज्जवला योजना
आपको बता दें कि इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन बांटे जाते हैं। इस योजना का उद्देश्य एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा करना है।
जन-धन योजना
इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना है। इसमें खाता धारकों को ऐसे बैंक खाते दिए जाते हैं जिसमें मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। उनके लिए रूपे डेबिट कार्ड जारी किए जाते हैं। उन्हें 1 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है। खाता खुल चुकने के 6 महीने बाद धारक बैंक से 5000 ओवर ड्राफ्ट के पात्र होते हैं।
सौभाग्य योजना
इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना है। इय योजना में खाता धारकों को ऐसे बैंक खाते दिए जाते हैं जिसमें मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। उनके लिए रूपे डेबिट कार्ड जारी किए जाते हैं। उन्हें 1 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है। खाता खुल चुकने के 6 महीने बाद धारक बैंक से 5000 ओवरड्राफ्ट के पात्र होते हैं।
इन योजनाओं की मदद से पीएम मोदी 2019 में एक बार फिर से अपना दबदबा बनाने वाली है। अगर योजनाएं पूरी तरह से सफल रहीं तो शायद कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं और उसे सत्ता पाने में एक बार फिर से मुश्किलें आ सकती हैं। वैसे कर्नाटक में तो कांग्रेस की सरकार बन गई है।