5. केंद्र त्रिकोण राज योग
मोदी जब दिल्ली की राजनीति पर कब्ज़ा कर रहे थे तो यही योग सबसे ज्यादा इनकी मदद कर रहा था. जब दो कुंडली के दो शक्तिशाली और शुभ ग्रह परस्पर एक दूसरे को देखते हैं या जब दो शुभ ग्रह एक ही राशि में होते हैं तब केंद्र त्रिकोण योग बनता है. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में यह योग बन जाये तो उसको दुनिया की कोई ताकत, अपना परचम फैलाने से नहीं रोक सकती है.
तो ये थी मोदी की कुंडली और उनके योग – यदि आपकी कुंडली में इनमें से कोई भी योग बन रहा है तो वह समय आपकी तक़दीर का सर्वोतम समय बोला जा सकता है.