5. जब पहले ही खबर हो गयी थी कश्मीर पर हमला होने वाला है तो
सरदार पटेल के नाम नेहरू का 27 दिसंबर 1947 के पत्र से यह पता चलता है कि नेहरू को पता चल गया था कि कश्मीर पर कबायली हमला होने वाला है तो नेहरू ने अंत तक का इंतज़ार क्यों किया? राजा हरि सिंह से नेहरू के रिश्ते सही नहीं थे और इसीलिए नेहरू ने खुद अंत तक यह कोशिश नहीं की थी कि राजा संधि पर हस्ताक्षर कर भारत में विलय प्रस्ताव को मान लें. अंत में सरदार पटेल ने अपनी सूझबूझ से यह काम करवा लिया था. तो पहले ही सरदार पटेल को सब क्यों नहीं करने दिया गया था.
यह बातें तो बस ऊपरी तौर पर ही नजर आ जाती हैं लेकिन अगर आप मुद्दे की तह तक जाते हैं तो नजर आता है कि कश्मीर आज भारत देश के पास नहीं है तो इसके पीछे सीधे-सीधे उस वक़्त के प्रधानमंत्री नेहरू को दोष दिया जा सकता है.