Categories: विशेष

ये था मिकी जगतियानी का टैक्सी चलाने से खरबों के मालिक बनने का अनोखा सफ़र

मेहनत और मज़बूत इरादें हो तो इंसान हर मुश्किल को पार कर सकता है

ये सिर्फ किताबी बात नहीं, ये सच है. इस बार इस बात को सच साबित किया है मिकी जगतियानी ने.

दुबई में रहने वाले भारतीय व्यवसायी मिकी साल 2015 में फ़ोर्ब्स की सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में 10 वें स्थान पर आये है. 5 बिलियन डॉलर से भी अधिक संपत्ति के मालिक मिकी लैंडमार्क नामक समूह को संभालते है.

भारत में सलमान खान के बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन के लिए बनने वाले सभी कपड़े मिकी की कम्पनी Spalsh द्वारा ही तैयार किये जाते है. मिकी जगतियानी रातों रात इतने अमीर नहीं बने. यहाँ तक पहुँचने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया है.

आइये जानते है मिकी के संघर्ष और जीतने की कहानी.

आज़ादी के चार साल बाद यानि 1952 में 15 अगस्त के दिन जन्म हुआ था मिकी जगतियानी का. इनका बचपन चेन्नई में बीता था जहाँ शुरूआती शिक्षा हासिल की. उसके बाद मिकी जगतियानी का परिवार लंदन आ गया और मिकी ने एकाउंट्स की पढाई शुरू की. लेकिन मिकी ने एकाउंट्स की पढाई बीच में ही छोड़ दी.

लंदन से मिकी बहरीन आ गए बिना कॉलेज की डिग्री के मिकी को कहीं काम नहीं मिला. बहरीन आने से पहले मिकी मिकी लन्दन की सड़कों पर टैक्सी चलाया करते थे.

लंदन से बहरीन आने के बाद मिकी ने अपने परिवार का बेबी प्रोडक्ट्स का व्यवसाय संभाला जो एक तरह स ख़त्म ही हो चूका था. इस बीच मिकी ने होएलों में रूम सर्विस कही काम किया.

अपनी मेहनत और लगन के दम पर मिकी नेउस छोटे से व्यवसाय को फैलाना शुरू किया और देखते ही देखते मिकी का लैंडमार्क ग्रुप फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर और होटल के क्षेत्र में अरब और दक्षिण एशिया में एक बड़ा नाम बन गया.

कुछ सालों पहले मिकी की कंपनी ने सलमान खान के बीइंग ह्यूमन के साथ मिलकर कपड़ों की श्रृंखला जारी की.

इस समय मिकी की कुल संपत्ति पांच बिलियन डॉलर से भी अधिक है. इस वर्ष की सबसे धनी लोगों की सूचि में वो दुनिया में 271 वें स्थान और भारत में १०वे स्थान पर है.

मिकी जगतियानी समाजसेवा में भी आगे रहते है, विभिन्न संस्थाओं को दान देने के साथ साथ चेन्नई और मुंबई में मिकी कई अनाथालय भी चलाते है.  मिकी का व्यवसाय अरब से लेकर चीन तक फैला है.

सन 2000 में मिकी ने लाइफ नाम की संस्था की स्थापना की इस संस्था के तहत वो बाल कल्याण का काम करते है. बच्चों की शिक्षा स्वास्थ्य और पालन पोषण की पूरी देखभाल मिकी की संस्था करती है.

रिटेल और होटल के क्षेत्र में मिकी का विश्व के कई अन्य बड़े समूहों के साथ अनुबंध है.

मिकी और उनके जैसे बाकि लोग मिसाल है उनके लिए जो कुछ करना चाहते है. मिकी ने दिखा दिया की अगर दृढ इच्छा शक्ति हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं.

ये था मिकी जगतियानी का टैक्सी चलाने से खरबों के मालिक बनने का अनोखा सफ़र

Yogesh Pareek

Writer, wanderer , crazy movie buff, insane reader, lost soul and master of sarcasm.. Spiritual but not religious. worship Stanley Kubrick . in short A Mad in the Bad World.

Share
Published by
Yogesh Pareek

Recent Posts

क्या मरने के बाद जब आत्मा स्वर्ग या नरक जाती है तो वह पल हमें याद रहते हैं?

सवाल बेहद पेचीदा है इस सवाल का जवाब वैज्ञानिक रूप से तो व्यक्ति को तभी…

5 years ago

कोरोना वायरस: क्या है कोरोना, कैसे फैलता है यह और कैसे कोरोना वायरस से बचना है, सब कुछ है इस एक आर्टिकल में

दुनिया भर के देश इस समय कोरोना वायरस के चलते दहशत में हैं. कोरोनावायरस से…

5 years ago

दिल्ली में दंगे हुए तो यह धर्म पूरी तरह से हो जायेगा खत्म, नहीं रहेगा इसका इतिहास में भी नाम

दिल्ली के अंदर कई सालों के बाद इस तरीके के दंगे भड़के कि जिनके अंदर…

5 years ago

दिल्ली हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन आप के नेताओं से क्या बात कर रहा था, हकीकत आपको हैरान कर देगी

दिल्ली में हुए दंगों के अंदर जिस तरीके से आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर…

5 years ago

फांसी से पहले निर्भया के दोषियों ने खाने में क्या माँगा है जरूर पढ़िए

निर्भया केस में फंसे हुए तीनों अपराधियों की फांसी 3 मार्च को सुबह-सुबह हो सकती…

5 years ago

निर्भया केस: पवन जल्लाद दोषियों को फांसी देने जेल आया, कल इतने बजे का समय हुआ पक्का 

निर्भया केस में दोषियों को फांसी देना अब 3 मार्च को पक्का नजर आ रहा…

5 years ago