मेहर शारदा माँ मंदिर के पास ही आल्हा तालाब भी है और मंदिर के पास देवी के अनन्य भक्त आल्हा और उदल की प्रतिमाएं भी है. आल्हा उदल की कथाएं मध्यप्रदेश संभाग में बहुत प्रचलित है. ये दोनों भाई पृथ्वीराज चौहान के साथ युद्ध भी लड़े थे. दोनों ही भाई माँ शारदा देवी के भक्त थे.
कहा जाता है कि वो दोनों हमेशा इस मंदिर में पूजा अर्चना करने आते थे. कथाओं में ये भी कहा जाता है कि इन दोनों भाइयों की भक्ति से प्रसन्न होकर शारदा देवी ने इन्हें अमरत्व प्रदान किया था.