सेहत

ध्यान लगाने से बदल जाएगी आपकी किस्मत

ध्यान एकाग्रता- आजकल के इस भागदौड़ भरे दौर में जहां एक ओर हम खुद को समय नहीं दे पाते, वहीं दूसरी ओर जब हमारा शरीर बिमारियों से घिर जाता है, तो हमारा ध्यान हर चीज से और ज्यादा भटकने लगता है

आज जहां खुद को फीट रखना मुश्किल है तो वहीं जरूरी भी। क्योकि जो दिखता है…वो बिकता है… ये वैसे तो एक कहावत है, लेकिन आज के इस फैशन वल्ड की फर्स्ट डिमांड भी।

दरअसल बदलते जीवन स्तर के चलते आज दिमागी सुकून कहीं खो गया है। आज के इस बिजी वर्ल्ड में रोजगार के तो बहुत मौके मिलते है, लेकिन सुकून और शांति इस काम, पैसे और शोहरत के पीछे कही खो सी गई है। आज हर इंसान काम को इतना वक्त देता है कि वो खुद को और साथ ही अपने परिवार दोनों को भूल रहा है।

हर इंसान की जिंदगी में असल सुकून इन्ही दो चीजों से आता है और उनका काम उन्हें इन्ही दोनों से दूर कर देता है।

ध्यान एकाग्रता –

रिश्ता ध्यान और सुकून का

ध्यान और सुकून दोनों एक ही सिक्कें के दो पहलू है। अगर आप का ध्यान अपनी जिंदगी में किसी एक चीज पर केन्द्रित है, तो आप उसे करने के लिए अपने रोजमर्रा के समय में से एक नियमित समय दे कर अपना सुकून पा सकते है। वहीं दूसरी ओर पैसा कमाने की होड़ आपके ध्यान में जहां एक ओर भटकाव लाती है, वहीं दूसरी तरफ आपका सुकून भी आपसे छीन ले जाता है।

योगा सिखएगा आपकों ध्यान एकाग्रता का गुण

आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि योगा में हर बिमारी का ईलाज है, ये बात सौ प्रतिशत सही है। साथ ही योगा करने से आपकी ध्यान एकग्रता भी बढ़ती है और जब किसी व्यक्ति की ध्यान एकाग्रता अच्छी हो, तो वह अपने हर काम को पूरी रूची और सहजता के साथ पूरा करता है। अब ये तो आप भी जानते है कि काम अच्छा होगा, तो नाम अच्छा होगा और ये अच्छा नाम ही आपकी किस्मत में चार चांद लगायेगा।

माइंडफुलनेस मेडिटेशन बढ़ाता है एकाग्रता

मांइडफुलनेस मेडिटेशन एक तरह की ध्यान साधना है जोकि आजकल बेहद चलन में है। इसने सेहत के बाज़ार में काफी मजबूत पकड़ बना ली है। आज मेडिशन करोड़ों के कारोबार के तौर पर उभरकर सामने आ रहा है। साथ ही इसके कई संस्थान भी खुल गए है, जिन्हें बिजनेस के तौर पर खोलो गया है। वैसे तो ध्यान साधना का चलन हजारों बर्ष पुराना है, लेकिन मनोवैज्ञानिकों और दिमाग के डॉक्टरों ने चंद दशकों पहले ही इस पर गहराई से रिसर्च शुरू किया है।

मनोवैज्ञानिकों और डॉक्टरों की साल 2010 में दी गई इस रिसर्च के अनुसार जब लगभग 2250 लोगों से उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा गया, तो पता चला कि लगभग 47 प्रतिशत लोगों का दिमाग इधर-उधर के कामों में भटकता है। जोकि उन्हें उदासी की तरफ ले जाता है। जबकि ध्यान साधना में किसी एक बिन्दु पर ध्यान केन्द्रित करके दिमाग को हर तरह की सोच से आज़द कर अपने काम की तरफ केन्द्रित करने में मदद मिलती है।

जिंदगी में सफलता की एकमात्र पूंजी है ध्यान एकाग्रता ।

Kavita Tiwari

Share
Published by
Kavita Tiwari

Recent Posts

इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में आरसीबी के जीतने की संभावनाएं

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…

2 months ago

छोटी सोच व पैरो की मोच कभी आगे बढ़ने नही देती।

दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…

3 years ago

Solar Eclipse- Surya Grahan 2020, सूर्य ग्रहण 2020- Youngisthan

सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…

3 years ago

कोरोना के लॉक डाउन में क्या है शराबियों का हाल?

कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…

3 years ago

क्या कोरोना की वजह से घट जाएगी आपकी सैलरी

दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…

3 years ago

संजय गांधी की मौत के पीछे की सच्चाई जानकर पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक जाएगी आपकी…

वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…

3 years ago