शादी की मिसालें – भारत में कई ऐसी चीजें हैं जिन्हें दुनिया सलाम करती है और उसमें एक है हमारी इंसानियत।
जी हां, हम भारतीय इंसानियत के मामले में भी दूसरे देशों से आगे हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के ज़रिए उन लोगों की शादी की कहानियों के बारे में बताएंगें जिनकी शादी पूरी दुनिया में मिसाल बन गई।
इसके साथ ही इन्होंने भारत का सिर भी गर्व से ऊंचा कर दिया।
तो चलिए जानते हैं इन शादियों के बारे में – शादी की मिसालें ।
दान दिए पैसे
आई आर एस अफसर अभय देवरे और बैंक मैनेजर प्रीति कुंभारे ने अपनी शादी का आयोजन कुछ इस तरह किया कि हर जगह उनकी वाह वाही हुई। उन्होंने अपनी शादी पर फालतू खर्चा करने की बजाय 2 लाख रुपए 10 ऐसे परिवारों को दान कर दिए जिनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे। 60 हज़ार रुपए तक की किताबें लाइब्रेरी को दान की।
दस हज़ार बेघरों को खिलाया खाना
एक कपल ने अपनी शादी में मेहमानों को खाना खिलाने की बजाय 10000 बेघर और भूखे लोगों को अपनी शादी में खाना खिलाया। पुणे के कंप्यूटर इंजीनियर आदित्य तिवारी ने बेहद कम उम्र में एक बच्चे को अडॉप्ट किया था। उस बच्चे के दिल में छेद था और उन्होंने ऐसे दस हज़ार लोगों को अपनी शादी में बुलाया था जिन्हें कोई अपने आसपास फटकने भी नहीं देता।
रेप पीडित से शादी
आज हमारे देश में बलात्कार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और इसमें लड़की को ही कुसुरवार ठहराया जाता है। साल 2017 में उड़ीसा के एक जवान लड़के ने दुनिया के सामने मिसाल पेश करते हुए रेप पीडित लड़की से शादी रचाई
एसिड अटैक पीडिता से शादी
एसिड अटैक से पीडित लड़कियां भी इस हादसे के बाद अपनी जिंदगी को संभाल नहीं पाती हैं। मुंबई के रवि शंकर सिंह ने एसिड अटैक का शिकार हुई एक लड़की से शादी रचाई। एक गलत नंबर की वजह से दोनों के बीच दोस्ती हुई और महीनों तक एक-दूसरे से बात करने के बाद दोनों ने शादी कर ली।
चेहरे की सर्जरी
एक कार दुर्घटना में सुनीता का चेहरा बिगड़ गया था। एक नॉर्मल लड़की की तरह दिखने के लिए उसने अपने चेहरे की सर्जरी करवाई। जय को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और उसने सुनीता से शादी की।
इन लोगों की बहादुरी के किस्से सुनकर देश ही नहीं बल्कि विदेशी भी भारतीयों के आगे सिर झुकाते हैं। हमारे समाज को रेपिस्ट और आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए ऐसे ही लोगों की जरूरत है।
अगर सभी की सोच ऐसी हो जाए तो समाज में कुरीतियों को खत्म किया जा सकता है और महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को मिटाया जा सकता है। आज जो महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं वो सब घटिया सोच का ही नतीजा हैं। अगर सोच बदल जाएगी तो देश बदल जाएगा और इस तरह हम भी तरक्की कर पाएंगें।
ये है शादी की मिसालें – दिन-ब-दिन महिलाओं के लिए ये दुनिया बदतर और असुरक्षित होती जा रही है। ऐसे में हमे सोच के ज़रिए महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाना होगा जहां पर वो खुलकर सांस ले सकें और उन्हें किसी भी तरह का डर ना हो।