3 – ऊँ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि. धियो यो न: प्रचोदयात्.
इस गायत्री मंत्र के नियमित जाप से काफी फायदे होते हैं जैसे गायत्री मंत्र के उच्चारण से त्वचा में चमक आती हैं. ऐसा माना जाता है कि गायत्री मंत्र के प्रभाव से मन सभी प्रकार की बुराइयों से दूर रहता है. इसके अलावा रोज़ाना गायत्री मंत्र के जप से धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान बढ़ता है और मन सेवा कार्यों में लगता है.
सावन में यह मन्त्र व्यक्ति के कष्ट और दुखों का अंत करता है. आप दिन में कम से कम 108 बार जाप करें.