6 – केवल अपने चहेतों को आगे करना
धोनी ने हमेशा से अपने चहेतों सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा को ही टीम में प्रमुखता देने की कोशिश की. युवराज सिंह जो बेहद काबिल थे उन्हें विश्वकप का हिस्सा नहीं बनाया. इससे विराट कोहली और टीम के अस्थायी कोच रहे रवि शास्त्री के साथ उनकी कई बार मन मुटाव की खबरें मीडिया में चर्चा का विषय बनीं. इसके साथ ही टीम में चल रही राजनीति और ड्रेसिंग रूम की बातें भी बाहर निकल कर आने लगी. इन सबसे धोनी की बरसों पुरानी छवि खराब होने लगी और मांग उठने लगी की वह भी संन्यास लें ले ताकि टीम इंडिया की डूबती नैया पार हो सके.